नेशनल कंटेंट सेल
-10 साल में पूरा होगा ड्रीम प्रोजेक्ट, मुंबई की बदल जायेगी सूरत
दुनिया के 13वें सबसे रईस शख्स 100 बिलियन डॉलर की कंपनी के मालिक मुकेश अंबानी जियो से टेलीकॉम इंडस्ट्री में धूम मचाने के बाद अब रियल एस्टेट इंडस्ट्री में कदम रखने जा रहे हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज मुंबई के निकट वर्ल्ड क्लास मेगासिटी तैयार करने का ब्लूप्रिंट लगभग तैयार कर लिया है. अंग्रेजी अखबार बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक 4,000 एकड़ जमीन में बनने वाले 10 साल में इस प्रोजेक्ट की लागत 5.21 लाख करोड़ (75 बिलियन डॉलर) आयेगी. इस प्रोजेक्ट की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह रिलायंस ग्रुप का एकमात्र सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है, जिसका हर हिस्सा अपने आप में एक प्रोजेक्ट होगा.
रियल स्टेट के शीर्ष विश्लेषक ने कहा है कि इस शहर के बनने के बाद मुंबई की तस्वीर पूरी तरह बदल जायेगी. मुंबई के रियल एस्टेट कंपनियों द्वारा बेचे जा रहे मकानों की तुलना में मेगा सिटी में मकान की कीमत काफी कम होगी. रिलायंस के संस्थापक धीरूभाई अंबानी पहली बार नवी मुंबई में विश्वस्तरीय शहर बसाने का आइडिया लेकर आये थे. उन्होंने 80 के दशक में इस तरह के प्रोजेक्ट के बारे में विचार किया था. अगर अंबानी का यह प्लान सफल होता, तो मुंबई को काफी पहले ही भारी भीड़भाड़ से आजादी मिल चुकी होती.
विशेष लाइसेंस से होगा रिलायंस के शहर का प्रशासन
इस प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि कंपनी न सिर्फ खुद इस प्रोजेक्ट को डिवेलप करेगी, बल्कि शहर तैयार होने के बाद वह उसके प्रशासन को भी कंट्रोल करेगी. ऐसा ‘स्पेशल प्लानिंग अथॉरिटी’ लाइसेंस से होगा, जो कंपनी को इस ऐतिहासिक प्रोजेक्ट के लिए मिला है. इस लाइसेंस से अंबानी को न सिर्फ बेहद कम लालफीताशाही का सामना करना पड़ेगा, बल्कि शहर को डिवेलप करने की लागत भी कम होगी. उन्हें काम करने की आजादी.
लीज पर ली सेज की 4,000 एकड़ जमीन
रिलायंस ने ग्लोबल लेवल का इकोनॉमिक हब डेवलप करने के लिए पिछले महीने की शुरुआत में नवी मुंबई एसइजेड से 2,100 करोड़ रुपये के शुरुआती भुगतान पर 4,000 एकड़ जमीन को लीज पर लेने के बारे में घोषणा की थी. एनएमएसइजेड ने विश्वस्तरीय एसइजेड डिवेलप करने के लिए वर्ष 2006 में यह जमीन दी थी.
तेजी से बढ़ रहा रियल एस्टेट सेक्टर
-69 लाख करोड़ का हो जायेगा भारत का रियल एस्टेट बिजनेस वर्ष 2030
-8.80 लाख करोड़ का था रियल स्टेट टर्न ओवर वर्ष 2017 में
-13 प्रतिशत जीडीपी में योगदान होगा 2025 तक रियल एस्टेट का
क्या होगी खासियत
सिंगापुर की तर्ज पर बनेगा
एयरपोर्ट और सी लिंक की कनेक्टिविटी एक साथ
पांच लाख से अधिक लोग रह सकेंगे इस शहर में
हजारों कंपनियां होंगी
मेगा सिटी में कम होगी मकान की कीमतें
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