नयी दिल्ली : एक जुलाई, 2017 को जब पूरे देश में धूमधाम से जीएसटी (वस्तु एवं सेवाकर) लागू होने के पहले और उसके बाद से अब तक यह दावा किया जा रहा था कि इसके लागू होने पर आयकर अधिकारियों की रिश्वतखोरी पर लगाम लगायी जा सकेगी; मगर यह विडंबना ही है कि अब जीएसटी विभाग के अधिकारी ही रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किये जा रहे हैं.
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मंगलवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जीएसटी विभाग के दो अधिकारियों को एक लाख रुपये की रिश्वत कथित तौर पर लेने के लिए गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि जीएसटी पुणे में निरीक्षकों के तौर पर तैनात संजीव कुमार और विवेक डेकाते ने एक कारोबारी के साल 2016-17 के लिए सेवा कर देनदारी को निपटाने के लिए तीन लाख रुपये की कथित घूस मांगी थी.
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपियों को शिकायतकर्ता से कुल तीन लाख रुपये की घूस में से एक लाख रुपये की पहली किश्त की रिश्वत मांगते एवं लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा. प्रवक्ता ने बताया कि पुणे में दोनों आरोपियों के आवास एवं कार्यालय पर छापेमारी की गयी.
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