मुंबई : विदेशी पूंजी की लगातार निकासी के बीच निवेशकों के आईटी, धातु, बैंकिंग, बिजली और वाहन कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली करने से मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 100 अंक से ज्यादा गिर गया. इस दौरान, अन्य एशियाई बाजारों में भी गिरावट का दौर रहा. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक शुरुआती कारोबार में 134.05 अंक यानी 0.37 प्रतिशत गिरकर 36,444.91 अंक पर आ गया.
पिछले पांच कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 725 अंक से ज्यादा चढ़ा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती दौर में 45.90 अंक यानी 0.42 प्रतिशत गिरकर 10,915.95 अंक पर आ गया. ब्रोकरों ने कहा कि निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने और बाजार में हाल में आई तेजी का लाभ उठाने से प्रमुख सूचकांकों में गिरावट रही.
इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने 2019 के लिए वैश्विक वृद्धि अनुमानों को घटाकर 3.5 प्रतिशत और 2020 के लिए 3.6 प्रतिशत कर दिया जिसके बाद अन्य एशियाई बाजारों में गिरावट दिखी. इसका असर घरेलू शेयर बाजारों में देखने को मिला.
अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सोमवार को शुद्ध रूप से 29.79 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) 520.80 करोड़ रुपये के शुद्ध लिवाल रहे.
रुपया डॉलर के मुकाबले 5 पैसे चढ़ा
निर्यातकों और बैंकों की ओर से अमेरिकी मुद्रा की बिकवाली से रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले पांच पैसे मजबूत होकर 71.23 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया. मुद्रा डीलरों ने कहा कि अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में कमजोरी और आर्थिक मंदी को लेकर आशंकाओं से रुपये को समर्थन मिला. हालांकि, घरेलू शेयर बाजारों की शुरुआती गिरावट ने इस तेजी को थामने का प्रयास किया. रुपया सोमवार को नौ पैसे गिरकर 71.28 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
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