नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख योजनाओं में एक समझी जानेवाली वित्तीय समावेशन की प्रमुख पहल प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत जनधन खातों में जमा पैसों का रिकॉर्ड बन चुका है.
एक आरटीआई के जबाव में सरकार की तरफ से कहा गया है कि जनधन खातों में जमा पैसों का आंकड़ा 64,564 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो अब तक का रिकॉर्ड है. इन पैसों में से 300 करोड़ रुपये नोटबंदी के पहले 7 महीने मे जमा हुए हैं.
बताते चलें कि प्रधानमंत्री मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य अब तक बैंकिंग सेवाओं से वंचित लोगों को औपचारिक बैंकिंग प्रणाली के दायरे में लाना है.
बताते चलें कि जनधन योजना के तहत जीरो बैलेंस के साथ खाता खोला जा सकता है.
जून के पहले पखवाड़े तक देशभर में कुल 28.9 करोड़ जनधन खाते खुले हैं, जिनमें से 23.27 करोड़ खाते सरकारी बैंकों, 4.7 करोड़ खाते क्षेत्रीय और ग्रामीण बैंकों और 92.7 लाख खाते निजी बैंकों में हैं.
यहां यह जानना गौरतलब है कि नोटबंदी के दौरान जनधन खातों के गलत इस्तेमाल की खबरें भी सामने आयी थीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल आठ नवंबर को 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोटों का चलन बंद करने की घोषणा की थी.
इन सभी खातों में जमा कुल 64,564 करोड़ रुपये में से 50,800 करोड़ रुपये सरकारी बैंकों के जनधन खातों में जमा हैं, जबकि 11,683.2 करोड़ रुपये क्षेत्रीय और ग्रामीण बैंकों में जमा है, शेष 2,080.62 करोड़ रुपये निजी बैंकों में जमा है.
जनधन खातों में जमा इन पैसों में से 311.93 करोड़ रुपये 16 नवंबर 2016 से 14 जून 2017 के बीच जमा किये गये हैं.
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