Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक बयानबाज़ी और आरोप-प्रत्यारोप की जंग तेज हो गई है. शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा के अंतिम दिन महुआ की सभा में नया विवाद खड़ा हो गया. जनसभा के दौरान कुछ आरजेडी समर्थकों ने बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ नारे लगाए और इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को अपशब्द कहे जाने का मामला सामने आया. यह पूरा वाकया उस समय हुआ, जब तेजस्वी यादव मंच से भाषण दे रहे थे. बिहार भाजपा ने वीडियो शेयर कर इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
बीजेपी का पलटवार
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा- “तेजस्वी यादव की मौजूदगी में उनके मंच से प्रधानमंत्री की मां को गाली दी गई. यह दुर्भाग्यपूर्ण है और लोकतंत्र का घोर अपमान है. क्या यही विपक्ष की राजनीति है? बिहार की जनता इस गंदी राजनीति का लोकतांत्रिक जवाब देगी.”
वहीं केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने इसे तेजस्वी और आरजेडी की “संस्कारहीन राजनीति” बताते हुए कहा कि बिहार की जनता अपमान का बदला देगी. उन्होंने लिखा- “अब पानी सर से ऊपर गुजर चुका है. 14 करोड़ बिहारियों की भावनाओं पर चोट करना बहुत महंगा पड़ेगा.”
आरजेडी की सफाई
इधर, महुआ के विधायक मुकेश रौशन ने इस पूरे प्रकरण को “साजिश” बताया. उन्होंने दावा किया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. “मेरे फेसबुक पेज पर तेजस्वी यादव का पूरा भाषण उपलब्ध है. उसमें कहीं भी गाली-गलौज नहीं है. विरोधियों ने ऑडियो को तोड़-मरोड़ कर बदनाम करने की कोशिश की है.”
पहले भी उठा था विवाद
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान भी दरभंगा में इसी तरह का मामला सामने आया था. उस वक्त मंच से प्रधानमंत्री की मां के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की गई थी, जिसके बाद बीजेपी ने बिहार बंद का आह्वान किया था.
भीड़ की जिद और तेजस्वी की मुश्किल
महुआ पहुंचने से पहले तेजस्वी का बरडीहा में भी कार्यक्रम था. वहां मंच तैयार था, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि तेजस्वी बस की छत से ही संबोधन करने की तैयारी में थे. समर्थक मानने को तैयार नहीं हुए और मंच पर बुलाने की जिद करने लगे. लगभग 15 मिनट की खींचतान के बाद तेजस्वी बस से उतरे और मंच पर पहुंचे. वहां उन्होंने “वोट चोर गद्दी छोड़ो” जैसे नारे भी लगाए.

