Bihar Police: भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस पदाधिकारियों पर प्रशासन की नजर तेज हो गई है. इसकी वजह है कि पुलिस जिले में कुछ ऐसे भी पुलिस पदाधिकारी विभिन्न थाना क्षेत्रों में तैनात हैं, जिनकी साठगांठ अवैध खनन करने वाले, शराब धंधेबाजों व भूमि की खरीद-बिक्री करने वाले लोगों से है. जिनके द्वारा किसी न किसी तरीके से इस तरह के लोगों को संरक्षण मिल रहा है.
निलंबित किए गए दो अधिकारी
यही कारण है कि अवैध खनन करने वाले लोगों से साठगांठ करने के आरोप में रामनगर थानाध्यक्ष ललन कुमार को मंगलवार को डीआईजी हरकिशोर राय के द्वारा निलंबित कर दिया गया है. दूसरी ओर, पठखौली थानाध्यक्ष को कांड के पर्दाफाश में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी के द्वारा बीते माह निलंबित किया गया था.
कई अधिकारियों पर विशेष नजर
अभी भी कुछ थानों में ऐसे पुलिस पदाधिकारी तैनात हैं जिन पर वरीय पुलिस अधिकारियों की नजर है. रामनगर थाना क्षेत्र में बीते माह खनन करने वालों के खिलाफ वन विभाग के द्वारा छापेमारी की गई थी. जहां वन कर्मियों के साथ खनन करने वालों के द्वारा मारपीट की गई थी.
रामनगर थाने का डीआईजी ने किया था निरीक्षण
इस मामले में रामनगर थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसकी जानकारी जब डीआईजी को हुई तब वे रामनगर थाना का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उस समय उनके द्वारा गंभीर मामलों में फरार चल रहे आरोपितों को गिरफ्तार करने का आदेश भी दिया गया था. उसके बाद भी थानाध्यक्ष के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. जबकि उसके पहले रामनगर थानाध्यक्ष के द्वारा दूसरे के नाम से जारी वारंट में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. जबकि उसके स्वजन लगातार विरोध कर रहे थे कि जिनके नाम पर से वारंट निर्गत है. वह दूसरा कोई है.
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सूची तैयार कराने का आदेश
उसके बाद भी थानाध्यक्ष के द्वारा अपने में सुधार नहीं किया गया था. जिसके बाद डीआईजी ने अपने प्रक्षेत्र के थानों में तैनात वैसे पुलिस पदाधिकारियों की सूची तैयार कराने का आदेश सभी एसडीपीओ को दिया है. जिसमें बताया गया है कि वैसे पुलिस पदाधिकारियों की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाए जो किसी ना किसी तरह भ्रष्टाचारियों के संपर्क में हैं.
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