Vivek Ramaswamy: भारतीय मूल के अमेरिकी उद्यमी और ट्रंप के घनिष्ठ समर्थक विवेक रामास्वामी ने ओहायो के गवर्नर पद के लिए चुनाव लड़ने की घोषणा की है. यदि वे इस चुनाव में जीतते हैं, तो वह अमेरिका में भारतीय मूल के तीसरे गवर्नर बन जाएंगे. इससे पहले बॉबी जिंदल ने लुइसियाना और निक्की हेली ने साउथ कैरोलिना के गवर्नर के रूप में सेवाएं दी हैं. रामास्वामी को इस चुनाव में न सिर्फ पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन मिला है, बल्कि दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक एलन मस्क ने भी उनके पक्ष में अपनी राय दी है.
भारतीय जड़ों से जुड़े विवेक रामास्वामी
39 वर्षीय विवेक रामास्वामी का भारत से गहरा रिश्ता है. उनके माता-पिता केरल के पालक्काड़ से अमेरिका जाकर बसे थे. रामास्वामी ने हार्वर्ड और येल जैसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज़ से पढ़ाई की है और बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर में काफी नाम कमाया है. 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के दौरान वह ट्रंप के बड़े समर्थक बनकर उभरे और उनके लिए प्रचार किया. अब वह खुद ओहायो में गवर्नर पद की रेस में शामिल हो गए हैं.
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर रामास्वामी के समर्थन में लिखा, “विवेक युवा, ऊर्जावान और बेहद प्रतिभाशाली हैं. वे ओहायो के बेहतरीन गवर्नर साबित होंगे और वहां की जनता को कभी निराश नहीं करेंगे. उन्हें मेरा पूरा समर्थन है!” इसी तरह, टेक्नोलॉजी क्षेत्र के दिग्गज एलन मस्क ने भी उन्हें समर्थन देते हुए कहा, “गुड लक, विवेक! तुम्हें मेरा पूरा समर्थन!”
ओहायो में कड़ी चुनावी टक्कर
ओहायो कभी डेमोक्रेट्स का मजबूत गढ़ हुआ करता था, लेकिन हाल के वर्षों में यह रिपब्लिकन पार्टी के प्रभाव में आ गया है. रामास्वामी को यहां कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा. रिपब्लिकन प्राइमरी में उनके सामने ओहायो के अटॉर्नी जनरल डेव योस्ट और ब्लैक एंटरप्रेन्योर हीदर हिल जैसे मजबूत उम्मीदवार खड़े हैं. दूसरी ओर, डेमोक्रेटिक पार्टी से डॉ. एमी एक्टन मैदान में हैं, जो राज्य में एक लोकप्रिय चेहरा मानी जाती हैं.
विवादित विचारधारा
रामास्वामी अपने विचारों और राजनीति के कारण कई बार विवादों में रहे हैं. उन्होंने अमेरिकी समाज पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि “अमेरिका में औसत दर्जे को महिमा दी जाती है, जबकि असाधारण प्रतिभाओं को नजरअंदाज किया जाता है.” उन्होंने एशियाई मूल के लोगों की शिक्षा और मेहनत की संस्कृति को अमेरिका के लिए एक उदाहरण बताया था, जिससे ट्रंप के कुछ समर्थक नाराज हो गए थे.
चुनावी वादे और रणनीति
रामास्वामी ने अपनी चुनावी मुहिम में जनता को लुभाने के लिए बड़े वादे किए हैं. उन्होंने ओहायो में इनकम टैक्स और प्रॉपर्टी टैक्स को खत्म करने का ऐलान किया है. उनके अनुसार, “यह आपकी मेहनत की कमाई है, सरकार को इस पर अधिकार नहीं होना चाहिए. अगर आपके पास जमीन है, तो यह सरकार की लीज नहीं होनी चाहिए.” उनके इन बोल्ड फैसलों ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया है.
अगर रामास्वामी इस चुनाव को जीत जाते हैं, तो वह भारतीय मूल के तीसरे अमेरिकी गवर्नर बनेंगे और उनकी जीत रिपब्लिकन पार्टी के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि होगी. अब देखना यह होगा कि चुनावी जंग में वे अपने विरोधियों को कैसे मात देते हैं और क्या वे ट्रंप और मस्क के समर्थन से गवर्नर पद हासिल करने में सफल होंगे या नहीं.
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