America vs China: चीन की तमाम चेतावनियों को दरकिनार कर आखिरकार अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ताइवान पहुंच गई हैं. नैन्सी आज यानी मंगलवार को ताइपेई पहुंची. गौरतलब है कि चीन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर नैन्सी ताइवान आती है तो इसकी कीमत अमेरिका को चुकानी होगी. चीनी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा था कि अमेरिका चीन की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को कम आंकने की गलती न करे, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है.
ताइवान की ओर बढ़ी चीनी सेना
चीन की आधिकारिक मीडिया की ओर से खबर आ रही है कि चीन की हवाई और जमीनी सेना ताइवान जलडमरुमध्य की ओर बढ़ रही है. ताइवान जलडमरुमध्य चीन की मुख्य भूमि को ताइवान से अलग करता है. जैसे ही ताइवान की मीडिया ने पेलोसी के द्वीप पहुंचने की जानकारी दी, वैसे ही चीन की आधिकारिक सोशल मीडिया ने बड़े पैमाने पर सेना के ताइवान जलडमरुमध्य की ओर बढ़ने की जानकारी दी. ‘चाइना डेली' ने खबर दी की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की वायुसेना के सुखोई-35 लड़ाकू विमान ताइवान जलमरुमध्य को पार कर रहे हैं.
आग से खेल रहा है अमेरिका-चीन
गौरतलब है कि नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर चीन और अमेरिका के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. गौरतलब है कि चीन स्वशासित ताइवान पर अपना हक होने का हमेशा से दावा करता है. ऐसे में उसे ताइवान में अमेरिकी उपस्थिति नागवार लग रही है. यात्रा को लेकर चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि ताइवान मामले पर अमेरिका का धोखा उसकी राष्ट्रीय साख को दिवालिया बना रहा है. वांग ने यह भी कहा कि ताइवान के मुद्दे पर कुछ अमेरिकी राजनेता आग से खेल रहे हैं.
एशिया महादेश की यात्रा पर नैन्सी पेलोसी
बता दें, नैन्सी पेलोसी इस सप्ताह एशिया की यात्रा पर हैं. ताइवान से पहले वो मलेशिया में थी. वहां से उनकी ताइवान यात्रा को लेकर कई बयान आ रहे थे. लेकिन सभी बयान और चीन की चेतावनी को दरकिनार कर वो आज ताइवान पहुंच गई. गौरतलब है कि बीते 25 साल से ज्यादा समय में ताइवान की यात्रा करने वाली अमेरिका की सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं.
हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठेगी पीएलआई- चीन
नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा से पहले ही चीन अमेरिका को चेतावनी दे रहा है. चीन ने बार-बार आगाह किया है कि अगर पेलोसी ताइवान आती हैं तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा और कहा कि उसकी सेना हाथ पर हाथ धर कर नहीं बैठेगी. चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मंगलवार को बीजिंग में कहा, अमेरिका और ताइवान ने मिलकर पहले उकसाने का काम किया है और चीन सिर्फ आत्मरक्षा में कार्रवाई करने को मजबूर है.
भाषा इनपुट से साभार