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रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी को दिया गया था जहर, जर्मन अस्पताल का दावा

बर्लिन : रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी (Alexei Navalny) का इलाज कर रहे जर्मनी के अस्पताल ने कहा कि जांच में उन्हें जहर देने के संकेत मिले हैं. चेरिते अस्पताल ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि शनिवार से यहां भर्ती नवेलनी का इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच की है और उनमें ‘कोलेलिनेस्टरेज इनहिबिटर' नामक रसायन के अंश मिले हैं. कोलेलिनेस्टरेज इनहिबिटर एक वृहद पदार्थ है जो कई दवाओं के साथ कीटनाशकों में भी मौजूदा होता है.

बर्लिन : रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी (Alexei Navalny) का इलाज कर रहे जर्मनी के अस्पताल ने कहा कि जांच में उन्हें जहर देने के संकेत मिले हैं. चेरिते अस्पताल ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि शनिवार से यहां भर्ती नवेलनी का इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच की है और उनमें ‘कोलेलिनेस्टरेज इनहिबिटर’ नामक रसायन के अंश मिले हैं. कोलेलिनेस्टरेज इनहिबिटर एक वृहद पदार्थ है जो कई दवाओं के साथ कीटनाशकों में भी मौजूदा होता है.

अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि इस वक्त उन्हें नहीं पता कि यह पदार्थ कैसे नवेलनी के शरीर में पहुंचा. अस्पताल ने कहा, ‘मरीज को अब भी गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया है और वह कोमा में हैं. उनकी हालत गंभीर है, लेकिन अभी उनकी जान को खतरा नहीं है.’ रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी की हालत अब भी गंभीर लेकिन स्थिर बनी हुई है. कथित तौर पर जहर दिये जाने के कारण उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें बर्लिन के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

उनकी सुरक्षा के मद्देनजर बर्लिन की पुलिस और खुफिया अधिकारियों को चेरिते अस्पताल में तैनात किया गया है. इसी अस्पताल में नवेलनी का उपचार चल रहा है. चांसलर एंजेला मर्केल ने निजी तौर पर देश की तरफ से सहायता की पेशकश की थी जिसके बाद उन्हें शनिवार को जर्मनी लाया गया था. नवेलनी की प्रवक्ता स्टेफिन सीबर्ट ने कहा, ‘जाहिर सी बात है कि उनके आगमन पर एहतियाती उपाये किये गये हैं. यह ऐसे मरीज के उपचार की बात है, जिन्हें जहर दिये जाने की आशंका है.’

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर लग रहे हैं आरोप

पूर्वी यूरोप के मामलों के लिए जर्मनी सरकार के समन्वयक डिर्क वीसे ने सरकारी प्रसारक ‘जेडीएफ’ से कहा, ‘उनकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर है. उन्हें बेहतर से बेहतर उपचार मुहैया कराया जा रहा है.’ नवेलनी के समर्थकों का मानना है कि उन्हें दी गयी चाय में जहर मिला दिया गया था और उनकी गंभीर स्थिति तथा जर्मनी भेजने में देरी के लिए रूस की सरकार जिम्मेदार है. हालांकि, रूस के डॉक्टरों ने कहा है कि जांच में जहर का कोई अंश नहीं मिला है. सरकार की ओर से आरोपों पर टिप्पणी नहीं की गयी है.

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नवेलनी की प्रवक्ता किरा यरमायश ने बताया कि उनकी टीम ने पिछले सप्ताह एक आपराधिक जांच शुरू करने का अनुरोध किया था लेकिन सोमवार तक रूस की जांच कमेटी ने इस पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं की. मॉस्को में विपक्षी नेता और नवेलनी के करीबी सहयोगी इलया याशिन ने सोमवार को वीडियो के जरिए एक बयान में रूस की जांच एजेंसियों से मामले की छानबीन करने का अनुरोध किया.

उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की संलिप्तता का भी पता लगाने को कहा है. नवेलनी को शनिवार को साइबेरिया से जर्मनी लाया गया. उनके आगमन के बाद अस्पताल की प्रवक्ता मैनुएला जिंगल ने कहा कि उनकी कई सारी जांच की जा रही है और नतीजे का विश्लेषण करने तक डॉक्टर उनकी बीमारी या उपचार के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. नवेलनी की पत्नी यूलिया नवेलनाया रविवार को उन्हें देखने के लिए अस्पताल पहुंची लेकिन उन्होंने संवादाताओं से बात नहीं की.

Posted By : Amlesh Nandan Sinha.

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