Operation Sindoor: भारत के ऑपरेशन सिंदूर से मिले जख्मों से पाकिस्तान अब भी कराह रहा है. अब उसने स्वीकार किया है कि 9-10 मई को हुए एयर स्ट्राइक में उसे भारी नुकसान हुआ था. सीएनएन-न्यूज18 को सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना के इस हमले में उसके 13 सैनिकों सहित 50 से ज्यादा लोगों की जान गई थी. पाकिस्तान ने यह भी कबूल किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भोलारी एयरबेस पर भारत के हमले में ही उसके स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ की मौत हुई थी. यूसुफ को मरणोपरांत राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया गया. इसके अलावा नूर खान, सरगोधा, जैकबाबाद, भोलारी और शोरकोट एयरबेस पर भारत की स्ट्राइक्स में कई अन्य सैनिक घायल हुए.
Operation Sindoor in Hindi: 100 से ज्यादा आतंकी ढेर
भारत सरकार पहले ही यह दावा कर चुकी थी कि 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी ढेर किए गए और कई अहम आतंकी ठिकाने तबाह हुए. वहीं, कई रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि नूर खान एयरबेस पर अमेरिकी तकनीशियन भी घायल हुए थे. यह जानकारी पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन में आयोजित वार्षिक पुरस्कार समारोह के दौरान सामने आई. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए सैन्यकर्मियों को सम्मानित किया.
तमगा-ए-बसालत (मरणोपरांत) स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ, हवलदार मोहम्मद नवेद, नायक वकार खालिद और लांस नायक दिलावर खान को दिया गया.
तमगा-ए-जुर्रत नायक अब्दुल रहमान, लांस नायक इकरामुल्लाह और सिपाही अदील अकबर को प्रदान किया गया.
22 अप्रैल का पहलगाम हमला और भारत की जवाबी कार्रवाई
भारत ने 7 मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की थी. इस अभियान में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर बमबारी की गई. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी.
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पाक मीडिया रिपोर्ट: 150 से ज्यादा सैनिक मारे गए
वहीं द प्रिंट कि एक रिपोर्ट के अनुसार ऑपरेशन सिंदूर के महीनों बाद पाकिस्तान के एक मीडिया हाउस ने दावा किया कि भारत की प्रिसीजन स्ट्राइक्स में इस्लामाबाद ने 150 से अधिक सैनिक खोए. समा टीवी ने यह रिपोर्ट प्रकाशित की थी, लेकिन बाद में कथित तौर पर हटा दी. हालांकि, इसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लेकिन ये पोस्ट बाद में हटा दी गयी है. समा टीवी की रिपोर्ट में लिखा गया था कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने ऑपरेशन बुनयानुन मर्सूस (भारत की स्ट्राइक्स के जवाब में पाकिस्तानी ऑपरेशन का कोडनेम) के दौरान शौर्य और बलिदान दिखाने वाले सैनिकों को वीरता पुरस्कार प्रदान किए.
रिपोर्ट के मुताबिक—
- 155 सैनिकों की सूची में ‘शहीद’ लिखकर उनके नाम दर्ज किए गए थे.
- 146 सैनिकों को इम्तियाजी सनद दी गई.
- 45 सैनिकों को तमगा-ए-बसालत प्रदान किया गया, जिनमें से चार को मरणोपरांत दिया गया.
- एक सैनिक को मरणोपरांत सितारा-ए-बसालत दिया गया.
- चार सैनिकों को मरणोपरांत तमगा-ए-जुर्रत दिया गया.
हालांकि, पाकिस्तान सरकार की ओर से इस रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. 1999 के करगिल युद्ध के दौरान भी पाकिस्तान ने अपने सैनिकों के शवों को छोड़ दिया था. बाद में उसने केवल कुछ शवों को स्वीकार किया था. 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद 6-7 मई की रात भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य व नागरिक ठिकानों पर जवाबी हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत की एयर डिफेंस ने उसे विफल कर दिया. 9-10 मई की रात भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर स्ट्राइक की. इसके बाद 10 मई को पाकिस्तान के DGMO ने भारतीय समकक्ष को फोन कर सीजफायर की अपील की.
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