Asim Munir Claims Allah Turns Dust Into Missiles: जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय 21 साल बाद पाकिस्तान के आधिकारिक दौरे पर पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. इस दौरान कई अहम कार्यक्रम और कूटनीतिक गतिविधियां देखने को मिलीं. सबसे पहले राजा अब्दुल्ला ने GIDS का दौरा किया, जहां उन्हें पाकिस्तान के रक्षा उत्पादन से जुड़ी विस्तृत प्रेजेंटेशन दी गई. इसके बाद वे टिल्ला फील्ड फायरिंग रेंज पहुंचे, जहां लाइव डेमो दिखाया गया. इस मौके पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी मौजूद रहे. राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने राजा अब्दुल्ला को निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया, जबकि जवाब में जरदारी को जॉर्डन की ओर से ऑर्डर ऑफ द रिनेसां प्रदान किया गया. दोनों देशों ने संयुक्त बयान में कहा कि वे रक्षा, कूटनीति और आर्थिक सहयोग को आगे और मजबूत करेंगे.
लेकिन असली सुर्खियां तब बनीं जब राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में, जॉर्डन के राजा के सामने ही, सेना प्रमुख असीम मुनीर ने दावा किया कि अल्लाह ने भारत के खिलाफ जंग में पाकिस्तान को कामयाबी दी है. मुनीर के इस बयान को विशेषज्ञों ने शेखी बघारने वाला बताया है, खासकर मौजूदा हालात को देखते हुए.
भारत के ऑपरेशन सिंदूर को छह महीने बीत चुके हैं, लेकिन पाकिस्तान अभी तक उस झटके से उबर नहीं पाया है. भारत ने मई में जिस नूर खान एयरबेस को निशाना बनाया था, उसकी नई सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं. ये तस्वीरें दिखाती हैं कि पाकिस्तान उसी जगह पर तेजी से नया निर्माण कर रहा है, मानो उस हमले की याद को मिटाने की कोशिश कर रहा हो. इसके साथ ही पाकिस्तान की राजनीति और सेना का पूरा तंत्र भी बदल चुका है. सामने से भले शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री हों, लेकिन असली ताकत फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के हाथ में है, और वो हर मंच पर अपनी बड़ाई करते नजर आता रहता है .
नूर खान एयरबेस- जहां भारत ने वार किया था
नई हाई-रेजॉल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरें दिखाती हैं कि भारत की मिसाइलों से तबाह हुई लोकेशन पर अब एक नई इमारत बनाने का काम शुरू हो गया है. अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि इस इमारत का उद्देश्य क्या है, लेकिन तस्वीरों से पता चलता है कि पाकिस्तान के लिए यह एयरबेस कितना अहम है. वह इसे जल्द से जल्द फिर से ऑपरेशनल करने की कोशिश में है. छह महीनों में सिर्फ इमारत नहीं बदली है, बल्कि पाकिस्तान की सत्ता का पूरा ढांचा भी बदल गया है. शहबाज शरीफ नाम के प्रधानमंत्री के पीछे असली कंट्रोल आसिम मुनीर के पास है, जो हर मंच पर भारत के खिलाफ “कामयाबी” के दावे कर रहे हैं.
Asim Munir Claims Allah Turns Dust Into Missiles: ‘अल्लाह मिट्टी को भी मिसाइल बना देता है’
फील्ड मार्शल सैयद आसिम मुनीर ने जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात के दौरान कहा कि पाकिस्तान जॉर्डन के साथ रक्षा साझेदारी और गहरी करना चाहता है. ये बातें वैश्विक औद्योगिक और रक्षा समाधान के दौरे के दौरान हुईं, जहां जॉर्डन की राजकुमारी सलमा भी मौजूद थीं. आर्मी स्टेटमेंट के अनुसार, मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान और जॉर्डन के बीच “मजबूत रक्षा भागीदारी” है और पाकिस्तान इसे और आगे बढ़ाना चाहता है. उर्दू दैनिक जंग से बातचीत में मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान “अमन पसंद” देश है, लेकिन अगर कोई उस पर जंग थोपेगा, तो पाकिस्तान सख्त जवाब देगा.
समारोह में उन्होंने धार्मिक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि जब मुसलमान अल्लाह पर भरोसा करता है, तो अल्लाह दुश्मन पर फेंकी गई मिट्टी को भी मिसाइल बना देता है. पाकिस्तान की फौज अल्लाह की फौज है और हमारे जवान अल्लाह के नाम पर लड़ते हैं. मुनीर ने दावा किया कि भारत के खिलाफ जंग में “अल्लाह ने पाकिस्तान को कामयाबी दी.
भारत ने नूर खान एयरबेस पर मिसाइल हमला किया था
पहली बार पाकिस्तान सरकार ने खुले तौर पर माना है कि भारत ने नूर खान एयरबेस पर हमला किया था. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बताया था कि 9-10 मई की रात करीब 2:30 बजे सेना प्रमुख ने मुझे सुरक्षित लाइन पर बताया कि भारत ने बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया है. एक मिसाइल नूर खान एयरबेस पर गिरी और बाकी अन्य इलाकों में. इस बयान ने पाकिस्तान की पुरानी बातों को एक झटके में गलत साबित कर दिया, क्योंकि पहले वहां नुकसान को कम दिखाने की कोशिश की जा रही थी.
ट्रंप ने कहा था- ‘मैंने भारत-पाक तनाव रोका’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार दावा करते रहे हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को शांत कराया और “तुरंत सीजफायर” करवाया. लेकिन भारत ने इन दावों को हमेशा से पूरी तरह गलत बताया है. संसद में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि दुनिया के किसी भी नेता ने हमें ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी साफ कर दिया कि कोई थर्ड-पार्टी बातचीत नहीं हुई और किसी व्यापार सौदे का इससे कोई लेना-देना नहीं था और सबसे बड़ी बात मोदी और ट्रंप के बीच 22 अप्रैल से 16 जून के बीच कोई फोन पर बात ही नहीं हुई.
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, जिसमें भारत ने अपने 26 लोग खो दिए. इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. सबसे बड़ा धक्का पाकिस्तान को तब लगा जब भारतीय मिसाइलें नूर खान एयरबेस तक जा पहुंचीं, जो इस्लामाबाद से सिर्फ 25 किलोमीटर दूर है. भारत ने साफ कहा था कि यह “Non-escalatory” कार्रवाई है यानी युद्ध छेड़ना नहीं, लेकिन सख्त जवाब देना.
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