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America Election 2020 : अर्ली वोटिंग के टूटे रिकॉर्ड, छह करोड़ लोगों ने किया मतदान, अंतरिक्ष से भी डाला गया वोट

America Election 2020 : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग का दिन आने में अभी सात दिन बचे हैं, लेकिन चुनाव से पहले होनेवाली बैलेट वोटिंग में सारे रिकॉर्ड टूटते नजर आ रहे हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा की ओर से चलाये जा रहे स्वतंत्र ‘यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट’ के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक छह करोड़ दो लाख से ज्यादा लोग अर्ली वोटिंग में अपना मतदान दे चुके हैं.

America Election 2020 : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग का दिन आने में अभी सात दिन बचे हैं, लेकिन चुनाव से पहले होनेवाली बैलेट वोटिंग में सारे रिकॉर्ड टूटते नजर आ रहे हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा की ओर से चलाये जा रहे स्वतंत्र ‘यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट’ के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक छह करोड़ दो लाख से ज्यादा लोग अर्ली वोटिंग में अपना मतदान दे चुके हैं. यूएस इलेक्शन असिस्टेंट कमिशन की वेबसाइट के मुताबिक, 2016 में अर्ली वोटिंग या मेल से वोट डालने वालों की संख्या पांच करोड़ सात मिलियन थी. अमेरिका में तीन नवंबर को वोटिंग होनी है, ऐसे में उम्मीद है कि अर्ली वोटिंग के आंकड़े दोगुने भी हो जायें.

तारीख से पहले वोट डालने की सुविधा है अर्ली वोटिंग : अमेरिका में कई राज्य चुनाव की असल तारीख से पहले वोट डालने की सुविधा देते हैं. चुनाव की असल तारीख से पहले वोट डालने की सुविधा को अर्ली वोटिंग कहते हैं. इसका मकसद ज्यादा से ज्यादा वोटिंग सुनिश्चित करना है. असल वोटिंग वाले दिन पोलिंग सेंटरों पर भीड़ और दिक्कत से बचने के लिए भी इस सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है. जो लोग चुनाव के दिन किसी वजह से वोट नहीं दे सकते, वे भी इस सुविधा का फायदा उठाते हैं.

मतदान का टूटेगा रिकॉर्ड : अमेरिका में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान 13.9 करोड़ लोगों ने वोट डाला था. अर्ली वोटिंग का रुझान देखते हुए ऐसा लग रहा है कि इस बार यह रिकॉर्ड भी टूट जायेगा. अर्ली वोटिंग के लिए लोग 10-11 घंटे भी लाइन में लग रहे हैं. चुनाव के दिन वोट करने वालों में ट्रंप के समर्थक बाइडेन से 19 फीसदी ज्यादा हैं. जबकि चुनाव पूर्व मतदान करने वालों में 67 फीसदी बाइडेन और 31 फीसदी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पक्ष लेते दिख रहे हैं

अंतरिक्ष से भी मतदान, केट ने आइएसएस से डाला वोट : अमेरिका की केट रुबिंस ने अंतरिक्ष से वोट डाला है. वह अभी अंतरराष्ट्रीय स्पेस सेंटर में हैं. अंतरिक्ष से वोट डालने पर रुबिंस की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है. केट अभी जिस अंतरिक्ष स्टेशन में हैं, वह धरती से 200 मील दूर है. यह स्पेस सेंटर नासा का है. रुबिंस के इस कदम से अमेरिका में एक चुनावी मुहिम भी शुरू हो गयी है, जिसे ‘व्हॉट्स योर एक्सक्यूज’ (आपका क्या बहाना है) नाम दिया गया है. दिलचस्प बात यह है कि केट ने पहली दफा अंतरिक्ष से वोट नहीं किया है. 2016 में भी वे अंतरिक्ष से वोट कर चुकी हैं. तब वह स्पेस रिसर्च सेंटर में रिसर्च कर रहीं थी.

बैरट ने ली सुप्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति पद की शपथ : एमी कॉनी बैरट ने सुप्रीम कोर्ट के 115वें न्यायमूर्ति के तौर पर शपथ ली हैं. इससे पहले, सीनेट ने उनकी सुप्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति पद पर नियुक्ति की पुष्टि की थी. राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए इसे एक बड़ी जीत माना जा रहा है. सीनेट ने 48 के मुकाबले 52 वोट देकर बैरट के नाम की पुष्टि की.

रेस में डेमोक्रेट्स आगे

52% डेमोक्रेट

26% रिपब्लिकन

01% स्पष्ट नहीं

21% किसी पार्टी से संबद्धता नहीं रखने वाले

मेल इन बैलेट की बड़ी तादाद को देखते हुए इस बार चुनाव परिणाम में देरी के आसार

Posted by: Pritish Sahay

Prabhat Khabar News Desk
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