जेद्दा : मुंबई हमले के संदिग्ध आतंकी अबू जंदल को रियाद द्वारा प्रत्यर्पित किए जाने के करीब एक साल बाद भारत एवं सउदी अरब ने आतंकवाद विरोधी सहयोग आगे और प्रगाढ़ बनाने का फैसला किया है.
भारत और सउदी अरब के बीच सहयोग में आतंकवाद सबसे उभरता पक्ष है. रियाद पूरे क्षेत्र खासकर पाकिस्तान में बढ़ते चरमपंथ को लेकर चिंतित है, हालांकि इस्लामाबाद के साथ उसके मधुर संबंध हैं.
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कल सउदी अरब के अपने समकक्ष शहजादा सउद अल फैसल के साथ मैराथन बैठक के बाद कहा, हमने आतंकवाद की समस्या पर चर्चा की जिसका सामना विश्व कर रहा है. हमने आतंकवाद विरोधी सहयोग को आगे और प्रगाढ़ बनाने पर सहमति जतायी है जो साल 2010 में हस्ताक्षरित रियाद घोषणा पत्र का एक प्रमुख हिस्सा है.
उन्होंने कहा, हमारे सहयोग से न सिर्फ दोनों देशों को फायदा होगा, बल्कि यह पूरे क्षेत्र एवं इसके बाहर की भी स्थिरता तथा सुरक्षा में महत्वपूर्ण रुप से योगदान देगा।