वाशिंगटन : पाकिस्तान के भारत के साथ शांति प्रक्रिया को ‘निलंबन की स्थिति’ में बताए जाने के बीच ओबामा प्रशासन ने कहा है कि वह दोनों देशों को ‘प्रत्यक्ष वार्ता’ के लिए प्रोत्साहित करता है ताकि उनके बीच तनाव कम किया जा सके. अमेरिका के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमारा मानना है और लंबे समय से हमारा यह कहना रहा है कि भारत और पाकिस्तान को संबंध सामान्य होने और व्यावहारिक सहयोग से लाभ होगा और हम उन्हें ऐसा करने एवं प्रत्यक्ष वार्ता करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जिनका लक्ष्य दोनों सरकारों और दोनों देशों के बीच तनाव कम करना हो.’
टोनर से भारत में पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल बासित के पूर्व में नयी दिल्ली में दिये गये बयानों के बारे में प्रश्न पूछा गया था. बासित ने कहा था कि दोनों देशों के बीच वार्ता ‘निलंबन की स्थिति में’ है. हालांकि टोनर ने बलूचिस्तान में गिरफ्तार किये गये भारतीय नागरिक की गिरफ्तारी से जुडे प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया. पाकिस्तान का आरोप है कि यह भारतीय नागरिक भारत की एक जासूसी एजेंसी के लिए काम करता है.
टोनर ने कहा, ‘मैं गिरफ्तारी की रिपोर्ट के बारे में जानता हूं. मेरे पास गिरफ्तारी से जुडी विस्तृत जानकारी नहीं है.’ पाकिस्तान ने गिरफ्तार किए गए भारतीय नागरिक को भारत सरकार की दूतावास सेवाएं मुहैया कराए जाने से इनकार कर दिया है.
भारत-पाक शांति प्रक्रिया ‘निलंबन’ की स्थिति में
भारत-पाक रिश्तों में फिर से दरार पैदा करते हुए पाकिस्तान ने आज कहा कि द्विपक्षीय शांति प्रक्रिया ‘निलंबन’ की स्थिति में है. यह इस बात का संकेत है कि इस्लामाबाद भारत के जांच अधिकारियों को अपने यहां की यात्रा करने की इजाजत नहीं देगा. उन्होंने भारत पर पाकिस्तान में अशांति पैदा करने का आरोप भी लगाया. पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने मीडिया के साथ संवाद के दौरान कुछ सपाट बाते रखीं और यह कहा कि मौजूदा समय में शांति प्रक्रिया ‘निलंबित’ चल रही है.
वैसे भारत ने अब तक इस बात को स्वीकार नहीं किया है. उन्होंने भारत की उन उम्मीदों पर पानी फेर दिया कि एनआईए के जांच अधिकारियों को पठानकोट आतंकी हमले की जांच के संदर्भ में पाकिस्तान की यात्रा की इजाजत दी जाएगी। पाकिस्तान का एक संयुक्त जांच दल (जेआईटी) हाल ही में भारत आया था.