यरुशलम/गाजा : इस्राइल ने हमास के रॉकेट हमले बंद कराने के लिए रविवार को उत्तरी गाजा में जमीनी अभियान शुरू कर दिया. इस्राइली सेना के अभियान का दायरा बढ़ाने की धमकी के बाद हजारों फिलीस्तीनी अपने घर छोड़ कर शिविर में चले गये. अब तक के हमले में करीब 170 लोग मारे गये हैं. संघर्षविराम की वैश्विक मांग को नजरअंदाज करते हुए इस्राइल के सैनिक पहली बार गाजा क्षेत्र में घुसे और उस जगह धावा बोल दिया, जहां से रॉकेट दागे जा रहे थे.
इस्राइल उत्तरी गाजा सीमा पर सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा था. इससे जमीनी हमले की अटकलें बढ़ गयी थीं. इस्राइली सेना ने बताया कि हमला आधे घंटे चला, जिसमें रॉकेट छोड़नेवाले स्थल पर दोनों पक्षों में गोलीबारी हुई. गोलीबारी में चार इस्राइली मामूली रूप से घायल हो गये. सभी सैनिक सुरक्षित लौट आये. फिर विमानों ने उत्तरी गाजा पट्टी के लोगों को चेतावनी देते हुए परचे गिराये, जिन पर लिखा था कि रविवार को संक्षिप्त और अस्थायी अभियान से पूर्व वे अपने घर खाली कर दें.
यूएनआरडब्ल्यूए के प्रवक्ता क्रिस गुनेस ने बताया कि 4000 से अधिक गाजा निवासियों ने यूनाइटेड नेशंस रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी के आठ शिविरों में शरण ले रखी है. इस बीच, दोहरी नागरिकतावाले 800 फिलीस्तीनियों ने कथित तौर पर इस्राइल के इरेज क्रॉसिंग से गाजा छोड़ना शुरू कर दिया है.
इस बीच, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने गाजा की बमबारी में जनहानि पर दुख जताया. उन्होंने हमास पर आरोप लगाया कि वह फिलीस्तीनी नागरिकों का इस्तेमाल मानव ढाल के रूप में कर रहा है.