बगदाद : आतंकी संगठन इसलामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लीवेंट (आइएसआइएल) के 3000 से ज्यादा आतंकियों ने इराक के पांच शहरों पर कब्जा कर लिया है. यह सब महज एक सप्ताह के भीतर हुआ, जिसमें इराक की सेना आतंकवादियों के सामने बौनी नजर आयी. ओसामा बिन लादेन के अल-कायदा का भी इतना खौफ कभी देखने को नहीं मिला, जितना आइएसआइएल का अभी इराक में है.
लड़ाकों ने तिकरित और मोसूल समेत इराक के पांच शहरों पर कब्जा कर लिया है. लगातार एक के बाद एक शहर पर गोला-बारूद से हमला करते हुए आतंकवादी अन्य शहरों को अपना गढ़ बना रहे हैं. आइएसआइएल ने रविवार को अपनी वेबसाइट पर कुछ भयावह तसवीरें अपलोड कीं. इसमें इराक में नरसंहार होते हुए दिखाया गया है.
* क्या कर रहा अमेरिका
पिछली जंग में अमेरिका के 4500 सैनिक मारे गये, 32 हजार विकलांग हो गये थे. इस बार उसने अपनी सेना इराक भेजने से मना कर दिया है. हालांकि, आतंकियों से निबटने के लिए हवाई हमले की तैयारी में है, जिसके लिए एक युद्धपोत समंदर में उतार दिया है. अमेरिका की सैन्य कार्रवाई को ईरान ने भी समर्थन दिया है. इसके बाद विश्व में शिया-सुन्नी के बीच जंग के आसार हैं. हालांकि, इराक का कहना है कि वह धार्मिक स्थल करबला और नजफ को बचाये रखने के लिए यह सब कर रहा है.