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घर खरीदने का सुनहरा अवसर, 12 साल में सबसे सस्ता हुआ होम लोन
स्टेट बैंक ने अपने होम लोन की ब्याज की दरों में एक बार फिर कमी की है. इसको देखते हुए अन्य बैंकों ने भी अपने होम लोन की दरों में कमी की है. आकड़ों की बात करें, तो पिछले 12 सालों में सबसे कब ब्याज दरों के साथ होम लोन दिया जा रहा है. साथ […]
स्टेट बैंक ने अपने होम लोन की ब्याज की दरों में एक बार फिर कमी की है. इसको देखते हुए अन्य बैंकों ने भी अपने होम लोन की दरों में कमी की है. आकड़ों की बात करें, तो पिछले 12 सालों में सबसे कब ब्याज दरों के साथ होम लोन दिया जा रहा है. साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी लोन पर सब्सिडी दी जा रही है.
नया साल घर खरीदने का शानदार मौका लेकर आया है. घर खरीदने के लिए जो परिस्थितियां व अवसर मिल रहे हैं वैसा पिछले एक दशक में उपलब्ध ही नहीं थे. घर खरीदने के लिए सबसे पहले ध्यान लिये जानेवाले होम लोन के ब्याज दर पर जाता है, जिससे मासिक किस्त की रकम तय होती है. इसके साथ ही सरकार के द्वारा दी जा रही विशेष सुविधाएं व अवसर ये माहौल बना रही हैं कि हर सामान्य लोग अपने सपनों का घर प्राप्त कर सके. आसान से आसान तरीके से लोगों को घर खरीदने का मौका उपलब्ध कराया जा रहा है.
होम लोन पर ब्याज की दरें
पिछले 12 सालों में सबसे सस्ता होम लोन अब मिल रहा है. देश के सबसे बड़ा बैंक एसबीआई ने होम लोन की ब्याज दरों में कटौती की है. होम लोन की ब्याज दरों पर गौर करें तो एसबीआई 8.30 – 8.35 फीसदी की दर से होम लोन दे रहा है. महिलाओं के लिए 8.30 फीसदी पर होम लोन दिया जा रहा है. जबकि एचडीएफसी, केनरा बैंक, पीएनबी का होम लोन भी 8.35 फीसदी की दर से मिल रहा है. आइसीआइसीआइ बैंक के होम लोन की ब्याज दर 8.40 फीसदी से शुरू हो रही है.
पहले के मुकाबले आज होम लोन लेने पर 20 साल में 30 लाख के लोन को चुकाने में आपको लगभग 1.83 लाख रुपये की बचत हो सकती है, क्योंकि पहले जहां होम लोन 8.75 फीसदी ब्याज दर से मिल रही थी वहीं आज 8.35 फीसदी की दर से मिल रही है.
ऐसे में अगर आप 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का होम लोन 8.75 फीसदी की ब्याज दर से लेते तो आपको 26511 रुपये की मासिक किस्त देनी पड़ती, लेकिन यही होम लोन 8.35 फीसदी की ब्याज दर से मिलने पर आपकी मासिक किस्त 25750 रुपये हो जायेगी. मसलन 761 रुपये की मासिक बचत, लेकिन 20 सालों में आपकी बचत होगी 1.83 लाख रुपये होगी.
सरकारी योजनाएं भी हैं
अवसर है कि आप प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी उठा सकते हैं. प्रधानमंत्री आवास योजना में लोन पर सब्सिडी दी जा रही है. 18 लाख रुपये तक कमाई वालों को सस्ता लोन दिया जा रहा है. रियल इस्टेट में आयी गिरावट के बाद से प्रॉपर्टी के दाम में गिरावट आयी है. नोटबंदी के बाद बिल्डर भी अब अफोर्डेबल प्रोजेक्ट की ओर मुखातिब हो रहे हैं. इसके अलावा रेरा आने से रियल इस्टेट में धोखाधड़ी की संभावना कम हुई है.
होम लोन पर टैक्स में छूट
होम लोन के प्रिंसिपल रीपेमेंट पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है. घर के स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन के खर्च पर भी छूट शामिल है. यह छूट घर के पजेशन के बाद ही मिलती है.
आयकर अधिनियम की धारा 24 बी के तहत होम लोन के ब्याज पर छूट का प्रावधान दिया गया है. अगर आपने इस्तेमाल के लिए घर खरीदा है, तो उस पर दो लाख तक की छूट पा सकते हैं. और अगर संपत्ति किराये पर लगा दी गयी है, तो पूरे ब्याज की राशि पर छूट प्राप्त होगी. यह छूट उसी वर्ष से उपलब्ध होगी जिस वर्ष घर तैयार हो गया हो या आपके नाम से हस्तांतरित हो गया हो, साथ ही एक अप्रैल 1999 या उसके बाद होम लोन लिया गया हो और लोन लेने के पांच साल के अंदर ही घर पूर्णतया खरीद लिया गया हो या बना लिया गया हो.
टॉप-अप का भुगतान
टॉप-अप लोन मिल जाने के
बाद इसका भुगतान होम लोन के इएमआई के साथ ही करना पड़ता है. यह भुगतान होम लाेन की अवधि के भीतर ही चुकाना होता है.
रेनोवेशन के लिए है टॉप-अप लोन
घर के किसी हिस्से की मरम्मत या साज-सज्जा (रेनोवेशन) के लिए पैसों की जरूरत होती है. जल्दबाजी में अक्सर इसके लिए पर्सनल लोन के आवेदन कर देते हैं, जबकि ऐसी स्थिति में पुराने होम लोन पर टॉप-अप लोन लिया जा सकता है. टॉप-अप लोन की ब्याज दरें पर्सनल लोन के मुकाबले काफी कम होती हैं.
कहां से लें
ज्यादातर बैंक होम लोन पर टॉप-अप की सुविधा दे रहे हैं. आपने जिस बैंक या वित्तीय संस्थान से होम लोन लिया है, वहां टॉप-अप के लिए आवेदन करना पड़ता है. इसके लिए ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं. इस पर प्रोसेसिंग चार्ज बहुत कम लगता है.
ब्याज दर
पर्सनल लोन के मुकाबले कम
टॉप-अप लोन पर ब्याज दरें करीब-करीब होम लोन के बराबर ही होती हैं, जबकि पर्सनल लोन पर बैंक 12 फीसदी से लेकर 18 फीसदी तक ब्याज लेते हैं. कुछ बैंक पर्सनल लोन पर 22 फीसदी की दर से ब्याज लेती है.
मूल्यांकन
मूल्यांकन जरूरी है
प्रॉपर्टी का मूल्यांकन करने के बाद तय होता है टॉप अप लोन की राशि. होम लोन की बची हुई राशि को भी देखा जाता है. होम लोन का जितना अधिक भुगतान हुआ होगा उतना ज्यादा टॉप अप मिल सकता है.
होम लोन की इएमआई समय पर जमा करने पर ही मिलता है टॉप-अप
बैंक उन्हीं ग्राहकों को टॉप अप लोन देती है जिनका इएमआई समय से जमा होते आया है. कुछ बैंक इसके लिए एक समय निर्धारित रखते हैं मसलन एक साल या दो साल.
प्रमुख बैंकों/वित्तीय संस्थानों द्वारा दिये जा रहे होम लोन की दरें
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 8.30 – 8.65
बैंक ऑफ बड़ौदा 8.30 – 9.35
देना बैंक 8.25 – 8.35
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 8.30
एचडीएफसी लिमिटेड 8.35 – 8.85
कैनरा बैंक 8.35 – 8.55
आइडीबीआइ बैंक 8.35 – 8.65
पीएनबी हाउसिंग फिनांस लि 8.35 – 10.25
आइसीआइसीआइ बैंक 8.40 – 8.85
इंडियन ओवरसीज बैंक 8.55 – 9.05
(स्रोत: बैंकबाजार डॉट कॉम, 18.01.2018 के आंकड़ों के आधार पर. आंकड़े प्रतिशत में).
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