वाशिंगटन : हवाई में अपनी छुट्टियां बिताने के बाद व्हाइट हाउस पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का विदेश नीति के मोर्चे पर जनवरी में दक्षिण एशिया-भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान पर फोकस रहेगा. दरअसल, ओबामा और उनके शीर्ष राजनयिक विदेश मंत्री जॉन कैरी भारत से वर्ष के अपने विदेश दौरे की शुरुआत करेंगे. अधिकारियों का कहना है कि यह दौरा सिर्फ यही नहीं दिखाता कि भारत के साथ संबंध मजबूत करने के लिए प्रशासन की ओर से गंभीर प्रयास हो रहा है, बल्कि क्षेत्र के देशों और दुनिया भर में संदेश जा रहा है.
मुख्य अतिथि के तौर पर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन ओबामा के भारत दौरे के लिए इस सप्ताह तैयारियां शुरू हो जाएंगी. उनके दौरे के पहले वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कैरी आएंगे. इसके बाद कैरी के अमेरिका-पाक रणनीतिक वार्ता के लिए पाकिस्तान जाने की उम्मीद है.
फरवरी में ओबामा नये अफगान नेतृत्व – राष्ट्रपति अशरफ गनी और सीईओ डॉ अब्दुल्ला अब्दुल्ला की व्हाइट हाउस में मेजबानी करेंगे. कैरी के भारत और पाकिस्तान तथा अमेरिका में अफगान नेतृत्व के अमेरिका दौरे की औपचारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है. लेकिन, शीर्ष स्तर का यह दौरा अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा विदेशी नीति की प्राथमिकता को रेखांकित करता है क्योंकि उनका कार्यकाल दो साल बचा है.
