लाहौर : पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाज से देश की भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी के अधिकारियों ने कथित धनशोधन तथा आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति के मामले में पूछताछ की. समाचारपत्र ‘द डॉन’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने चौधरी शुगर मिल (सीएसएम) में उनके संदिग्ध लेन-देन पर बुधवार को पूछताछ की. मरियम इसमें प्रमुख हिस्सेदार हैं.
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रिपोर्ट में कहा गया कि मरियम ने 45 मिनट तक चली पूछताछ में बताया कि पनामा पेपर मामले की जांच के लिए बने संयुक्त जांच दल की रिपोर्ट में सभी जानकारी मौजूद हैं. एनएबी ने मरियम से आठ अगस्त को उसके सामने फिर से पेश होने हो कहा है. साथ ही, सीएसएम में उनकी हिस्सेदारी के अलावा ब्रिटेन के नागरिक शेख जकाउद्दीन, सऊदी अरब के नागरिक हनी अहमद जमजून, यूएई के नागरिक सईद सैद बिन जबार अल सुवेदी और नसीर अब्दुल लूताह से अपने वित्तीय संबंध की जानकारी देने को कहा.
रिपोर्ट में कहा गया कि जनवरी, 2018 में सरकार की आर्थिक निगरानी इकाई ने चौधरी शुगर मिल लिमिटेड में अरबों पाकिस्तानी रुपये के संदिग्ध लेन-देन का पता लगाया था. मरियम ने एनएबी कार्यालय से लौटने के बाद ट्वीट किया कि एनएबी से वापस लौट आयी हूं. उन्हें बताया कि परिवार के कारोबार के बारे में प्रश्न किये जा चुके हैं और उनका उत्तर भी असंख्य बार दिया जा चुका है.
एजेंडे पर चल रहे जेआईटी को कुछ नहीं मिला है, लेकिन चूंकि एनएबी को परेशान करने और पीड़ित करने के हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है, इसलिए बकवास जारी हैं. एनबीए ने मरियम नवाज के दोनों ‘भगोड़े’ भाइयों हसन नवाज और हुसैन नवाज को भी बुधवार को तलब किया है. हालांकि, दोनों लंदन में है.