कोलकाता : सोशल मीडिया के जमाने में चुनाव प्रचार में कई तरह के परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं, लेकिन राजनीतिक रूप से बेहद सजग बंगाल में मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए अब भी इमारतों पर राजनीतिक व्यंग्य करती हुए ग्रैफिटी (भित्ति चित्र) और तुकबंदी युक्त रचनाओं वाले पोस्टरों का चुनाव प्रचार में इस्तेमाल किया जा रहा है. पूरे राज्य की इमारतों की दीवारों पर किसी न किसी पार्टी का कब्जा है.
एक ग्रैफिटी में ‘चौकीदार’ को आलसी के रूप में बैठा हुआ और उद्योगपतियों द्वारा धन लूटते हुए दिखाया गया है. यह पोस्टर तृणमूल कांग्रेस का है. वहीं, भाजपा ने विपक्ष के महागठबंधन की कोशिश पर चुटकी ली है.
तृणमूल कांग्रेस के नेता सुब्रत मुखर्जी ने बताया, ‘ग्रैफिटी और तुकबंदी के साथ चुटीली रचनाओं वाले पोस्टर बंगाल में चुनाव प्रचार का अभिन्न हिस्सा है. चुनाव प्रचार इसके बिना अधूरा है. इस पर कोई शक नहीं है कि सोशल मीडिया की पहुंच व्यापक है, लेकिन भित्तिचित्रों के प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता है.’
पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सोमेन मित्र ने मुखर्जी की बात पर सहमति जताते हुए कहा कि भित्तिचित्र और तुकबंदी लोगों पर तत्काल प्रभाव डालती है. माकपा भित्तिचित्रों और तुकबंदी युक्त रचनाओं के मामले में अपने प्रतिद्वंद्वी से आगे रहती है. पार्टी के पास इस काम के लिए समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ-साथ छात्र कार्यकर्ता हैं.