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Coronavirus Outbreak : बिहार या बंगाल से है झारखंड में कोरोना के 65 फीसदी मामलों का कनेक्शन

झारखंड में अब जितने कोरोना संक्रमित िमल रहे हैं, उनमें से 65 प्रतिशत का कनेक्शन बिहार या बंगाल से है. संक्रमित या तो खुद या उसके घर का कोई सदस्य इन दोनों राज्यों में से किसी एक से होकर लौटा है.

रांची : झारखंड में अब जितने कोरोना संक्रमित िमल रहे हैं, उनमें से 65 प्रतिशत का कनेक्शन बिहार या बंगाल से है. संक्रमित या तो खुद या उसके घर का कोई सदस्य इन दोनों राज्यों में से किसी एक से होकर लौटा है. वहीं, कई कोरोना संक्रमितों को भी बिहार से झारखंड लाया गया है. ऐसा करनेवालों का कहना है कि बिहार की तुलना में झारखंड में बेहतर इलाज होगा. ऐसे मामलों की जांच की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी ने सोमवार को प्रोजेक्ट भवन में प्रेस वार्ता के दौरान यह बात कही.

डॉ कुलकर्णी ने बताया कि राज्य में अब तक कोरोना के 8479 केस मिले हैं, जिसमें एक्टिव केस 4689 हैं. उन्होंने कहा कि 30 जून तक के लॉकडाउन के बाद दी गयी ढील के कारण लोगों का मूवमेंट बढ़ने से संक्रमण तेजी से बढ़ा है. 30 जून के बाद राज्य में संक्रमण का ग्रोथ रेट 6.1 प्रतिशत हो गया है. 30 जून को डबलिंग रेट 37 दिन था, जो अब 11.7 दिन पर आ गया है. यह चिंता का विषय है. संक्रमण के मामले में हजारीबाग 5.66 प्रतिशत पॉजिटिविटी के साथ पहले नंबर पर, जबकि रांची 4.7 के साथ दूसरे नंबर पर है.

45 संक्रमित गंभीर, 516 होम आइसोलेशन में : डॉ कुलकर्णी ने कहा कि राज्य में 4689 एक्टिव केस हैं. इनमें से 4050 एसिम्पटोमैटिक हैं, जिनमें कोई लक्षण नहीं है. 58 संक्रमितों में किसी प्रकार के लक्षण हैं. जबकि 23 संक्रमितों को अॉक्सीजन पर रखा गया है. वहीं, महज 22 संक्रमित अति गंभीर हैं, जिन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. फिलहाल 516 संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा गया है.

डॉक्टर की कमी नहीं है : सचिव ने कहा कि यह सही है कि स्वास्थ्यकर्मी और डॉक्टर भी संक्रमित हो रहे हैं. वे अपनी जान को जोखिम में डाल कर काम कर रहे हैं. हो सकता है कि बहुत सारा सिस्टम स्मूथ नहीं हो, खासकर मरीजों को लाने में. ऐसे में लोगों को भी यह समझना होगा कि सरकार और हेल्थ वर्कर किन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं. केवल वीडियो भेज कर आलोचना करने से नहीं होगा बल्कि समाधान कैसे होगा यह सबको मिलकर समझना चाहिए. सचिव ने कहा कि निजी अस्पतालों में इलाज के लिए जल्द ही दर तय कर घोषणा कर दी जायेगी. अस्पतालों से बातचीत चल रही है.

सीएचसी में ही होगी कोरोना जांच : डॉ कुलकर्णी ने कहा कि रिम्स, एमजीएम, पीएमसीएच, इटकी आरोग्यशाला में जांच के अलावा सभी जिलों में 87 ट्रू-नेट मशीन से जांच की सुविधा उपलब्ध है. सीसीएल, बीजीएच व टीएमएच में भी ट्रू-नेट मशीनें लगायी गयी हैं. इसके अलावा 100 ट्रू-नेट मशीनें और लगायी जा रही हैं, जिसके माध्यम से सीएचसी स्तर पर भी जांच की सुविधा उपलब्ध होगी. बुधवार को पलामू मेडिकल कॉलेज में भी जांच का शुभारंभ मुख्यमंत्री करेंगे. दो-तीन दिन बाद दुमका मेडिकल कॉलेज में भी जांच शुरू होगी.

  • संक्रमण के मामले में हजारीबाग अव्वल, रांची दूसरे स्थान पर

  • आज से रिम्स में शुरू होगी प्लाज्मा थेरेपी, टीएमएच में भी जल्द

  • निजी अस्पतालों में संक्रमितों के इलाज की दर तय की जायेगी

  • कोविड केयर सेंटर का आज सीएम उदघाटन करेंगे

डॉ कुलकर्णी ने कहा कि मरीजों के लिए पर्याप्त बेड हैं. खेलगांव में मंगलवार को मुख्यमंत्री 500 बेड के कोविड केयर सेंटर का उदघाटन करेंगे. हजारीबाग में 980, धनबाद में 260, जमशेदपुर में 750 अतिरिक्त बेड बनाये जा रहे हैं. रांची में बने कोविड केयर सेंटर के लिए 25 अतिरिक्त पीजी डॉक्टर पदस्थापित किये गये हैं. राज्य में कुल 6922 नॉर्मल आईसोलेशन बेड की व्यवस्था की गयी है.

झारखंड में सोमवार को चार और कोरोना संक्रमितों की मौत हो गयी है. इनमें रांची के दो, हजारीबाग का एक और जमशेदपुर का एक संक्रमित शामिल है. राज्य में कुल 90 की जान जा चुकी है. वहीं, 320 नये पॉजिटिव मिले हैं. 101 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं. सोमवार को रांची से 104, गुमला से 46, गिरिडीह से 19, खूंटी से 17, सिमडेगा, रामगढ़ से 16-16, गढ़वा से 13, धनबाद से 12, पू सिंहभूम व प सिंहभूम से 10-10, हजारीबाग, जामताड़ा से नौ-नौ, देवघर से आठ, गोड्डा, कोडरमा से सात-सात, बोकारो से पांच, सरायकेला से चार, चतरा, लातेहार और लोहरदगा से तीन-तीन, साहिबगंज से दो, पलामू से एक संक्रमित मिले हैं.

रांची में इन जगहों से मिले नये संक्रमित : इंद्रपुरी रोड, एचबी रोड, अरसंडे, न्यू आदर्श नगर कोकर, नगड़ा टोली, एजी कॉलोनी, मोरहाबादी, उमा नित्यम अपार्टमेंट दीपाटोली, पंचवटी अपार्टमेंट बरियातू, सेक्टर-2 धुर्वा, लोहिया पार्क कोकर, रेडियम रोड, चेशायर होम रोड, मौर्या पैलेस मोरहाबादी, कुसई कॉलोनी, हटिया पटेल नगर, मिल्लत कॉलोनी कांके, धुर्वा, पुलिस लाइन, आजाद बस्ती, रातू रोड, चर्च रोड, बिरसा चौक, बीआइटी मेसरा, हिंदपीढ़ी व अन्य इलाके.

झारखंड अानेवालों को 14 दिनों का कोरेंटिन : दूसरे राज्य से झारखंड आनेवालों को 14 दिनों के कोरेंटिन में रहना होगा, चाहे वह राज्य के बाहर का रहनेवाला है या झारखंड का. केवल कार्गो वाहन या ट्रक ड्राइवर तथा भारत सरकार के वैसे अफसर या कर्मी जो सरकारी काम से झारखंड में आये हैं, उन्हें कोरेंटिन नहीं किया जायेगा. आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल ने प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी है.

उन्होंने बताया कि 17 जुलाई को राज्य सरकार की ओर से ‘इंटर स्टेट कोरेंटिन का प्रोटोकॉल’ निर्धारित करते हुए उक्त आदेश जारी किया गया था. इंटर स्टेट कोरेंटिन का प्रोटोकॉल के तहत भारत सरकार के अफसर या कर्मी यदि छुट्टी लेकर या व्यक्तिगत कार्य से झारखंड में आते हैं, तो उन्हें कोरेंटिन में रहना होगा.

वहीं, राज्य के बाहर का कोई व्यक्ति यदि अॉफिशियल या बिजनेस पर्पस से यहां आता है और निर्धारित समय में लौट जाता है, तो उसे छूट है. शर्त बस इतनी है कि उसे निबंधन करा कर आना होगा. श्री कौशल ने बताया कि ट्रांजिट पर छूट होगी यानी यदि कोई झारखंड होते हुए दूसरे राज्य में जाता है, तो उसे छूट है. उन्होंने बताया कि कोरेंटिन का पालन नहीं करने पर ‘आपदा प्रबंधन एक्ट’ के तहत अब तक 81 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी जा चुकी है.

प्रवासियों का आना समाप्त हो गया : श्री कौशल ने कहा कि प्रवासियों का अब झारखंड आना बंद हो गया है. अंतिम ट्रेन 10 जुलाई को आयी थी. राज्य में श्रमिक स्पेशल 263 ट्रेन अा चुकी हैं. अबतक आठ लाख 14 हजार 715 प्रवासी झारखंड आ चुके हैं. कोविड-19 के लिए एक हजार 72 कंटेनमेंट जोन बनाये गये हैं. इनमें से 367 कंटेनमेंट जोन डिनोटिफाइ हो चुके हैं. वर्तमान में 705 कंटेनमेंट जोन कार्यरत हैं.

Post by : Pritish Sahay

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