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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी निकाय चुनाव की परीक्षा में पास, अब जिला संगठनों में होगा बदलाव, जानें…

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के नेतृत्व में पार्टी अब तक चुनावों में सफल साबित हुई है. उन्होंने प्रदेश स्तर पर अपनी नई टीम बना ली है, वहीं लोकसभा चुनाव 2024 का बड़ा लक्ष्य साधने के लिए अब जिला संगठनों में जल्द बदलाव देखने को मिलेगा.

Bareilly: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की यूपी इकाई के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी केंद्रीय नेतृत्व की उम्मीदों पर लगातार खरे उतर रहे हैं. उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी लगातार जीत का परचम फहरा रही है. नगर निकाय चुनाव में भाजपा ने सभी 17 नगर निगमों में मेयर पद की सीटों पर क्लीन स्वीप किया है.

निकाय चुनाव में बड़ी जीत की हासिल

इसके साथ ही नगर निगम में पार्टी के 813 पार्षद, 89 नगर निकाय के अध्यक्ष और 1360 सदस्य विजयी हुए हैं. वहीं अब प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुट गए हैं. जिसके चलते जिला और महानगर संगठन में जल्द बदलाव होने की उम्मीद है. इससे पहले भूपेंद्र चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद लखीमपुर खीरी की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट पर भाजपा विधायक के निधन के बाद उपचुनाव हुआ था.

उप चुनाव में भी रहा भाजपा का दबदबा

इस उप चुनाव में भी भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2022 से भी अधिक मतों से जीत दर्ज की, तो वहीं सपा सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां की सदस्यता जाने के बाद रामपुर सदर विधानसभा सीट के उपचुनाव में पार्टी ने जीत हासिल की. इसके बाद उत्तर प्रदेश में एमएलसी की पांच सीटों पर हुए चुनाव में चार सीट पर कब्जा किया था. इसका फायदा लोकसभा चुनाव में मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.

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जनपदों में भाजपा नेतृत्व में बदलाव की तैयारी

इस तरह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुनावी परीक्षा में लगातार पास होते गए हैं. वहीं, अब लोकसभा चुनाव 2024 का बड़ा लक्ष्य साधने के लिए वह जिलों में अपनी नई टीम बनाने की कोशिश में हैं. जिलों में बड़ा बदलाव होने की उम्मीद जताई जा रही है. विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो यूपी के 42 जिलों में जिलाध्यक्ष और 31 जिलों में महानगर, नगर अध्यक्ष बदलने की उम्मीद है. प्रदेश कार्यकारिणी से लेकर जिला और महानगर कार्यकारिणी में जातीय संतुलन का खास ख्याल रखा जाएगा, जिससे नगर निकाय के साथ ही लोकसभा चुनाव में फायदा मिले.

25 अगस्त को मिली जिम्मेदारी

किसान आंदोलन के बाद जाटलैंड पर मजबूत पकड़ बनाए रखने के लिए पिछले वर्ष 25 अगस्त 2022 को यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र चौधरी को प्रदेश की बागडोर दी थी. इसके बाद से वह जीत का सिलसिला कायम रखे हुए हैं

पश्चिमी यूपी के समीकरण साधने के लिए बनाया प्रदेश अध्यक्ष

भाजपा आलाकमान ने भूपेंद्र चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बड़ा दांव खेला था. यूपी के सीएम पूर्वी उत्तर प्रदेश से हैं, तो वहीं पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं. उनको जाट बिरादरी पर मजबूत पकड़ रखने और पश्चिमी यूपी के समीकरण साधने के लिए प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था.इसके साथ ही सपा के गठबंधन दल रालोद को भी झटका दिया गया.

प्रदेश कमेटी में रखा हर वर्ग का ख्याल

प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की टीम प्रदेश टीम का ऐलान हो चुका है. इसमें 11 महिलाओं को कमान दी गई. इसके साथ ही नई टीम में 10 ब्राह्मण, 7 क्षत्रिय, 4 वैश्य, खत्री, भूमिहार, त्यागी और कायस्थ समाज के एक एक नेता को संगठन में जगह दी गई. पिछड़े समाज के 13 नेताओं को प्रदेश कमेटी में शामिल किया गया. इसके साथ ही एससी समाज के 9 नेताओं को संगठन में जिम्मेदारी दी गई. वहीं पासी, कोरी, जाटव, सोनकर और धोबी समाज के नेताओं को भी जिम्मेदारी दी गई.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

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