गोपालगंज : सत्तरघाट पुल के एप्रोच पथ के टूटने के बाद उसकी मरम्मत करने गये ठेकेदार, पुल निर्माण निगम के अधिकारियों के साथ विवाद करने तथा काम में बाधा डालने के आरोप में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी है. वहीं, लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में भी मामला दर्ज किया गया है. सभी मामले बैकुंठपुर थाने में दर्ज कराये गये हैं.
बैकुंठपुर के सीओ पंकज कुमार ने जिला पर्षद सदस्य रवि रंजन उर्फ विजय बहादुर समेत अन्य लोगों के विरुद्ध लॉकडाउन उल्लंघन करने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. डीएम अरशद अजीज ने बताया कि सत्तरघाट पुल से दो किलोमीटर पहले बने माइनर ओवर ब्रिज के नीचे एप्रोच पथ टूट गया था़ इसे बचाने के लिए पुल निर्माण निगम के इंजीनियर और ठेकेदार पहुंचे, जिन्हें काम करने से रोका गया. वहीं ठेकेदार उदय सिंह ने फैजुल्लाहपुर की मुखिया के पति संजय राय समेत अन्य ग्रामीणों पर काम में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं, तीसरी प्राथमिकी पुल निगम के इंजीनियर की ओर से दर्ज करायी गयी है. इसमें अज्ञात ग्रामीणों पर कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया गया है. इंजीनियर ने पुल निगम के जेसीबी से सड़क को काटने का आरोप लगाया है. इधर, मामला दर्ज होने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है.
वहीं पथ निर्माण विभाग ने गुरुवार को कहा कि सत्तर घाट पुल पूरी तरह से सुरक्षित है. मुख्य पुल से लगभग दो किमी दूर गोपालगंज की ओर गंडक नदी के बांध के अंदर स्थित एक 18 मीटर लंबी छोटी पुलिया का एप्रोच रोड नदी के पानी के दबाव से कट गया है. विभाग के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने वीडियो जारी कर कहा कि गंडक नदी के अप्रत्याशित पानी के दबाव के कारण पुल के एप्रोच रोड का हिस्सा कट गया. इन तथ्यों पर आधारित खबर गुरुवार को भी प्रभात खबर में छपी थी.