Hotels In Nepal: नेपाल की राजधानी काठमांडू है. यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है. नेपाल बौद्ध और हिन्दू धर्म के अपने प्रमुख स्थलों के लिए प्रसिद्ध है. पशुपतिनाथ, स्वयम्भूनाथ (माणिक्य), बैद्यनाथ आदि विश्व धरोहर स्थलों में शामिल हैं. यहां हर साल भारत से लाखों पर्यटक घूमने आते हैं. अगर आप भी नेपाल घूमने का प्लान बना रहे हैं और ठहरने के लिए होटल खोज रहे हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं.
नेपाल पवेलियन होटल (Nepal Pavilion Inn)
भारतीय पर्यटक सबसे अधिक नेपाल घूमने आते हैं. अगर आप भी नेपाल जाने का प्लान कर रहे हैं और यहां ठहरने के लिए होटल खोज रहे हैं तो बता दें नेपाल पवेलियन में आप रुक सकते हैं. नेपाल पवेलियन में एक रात का किराया 2,027 रुपए है.
पता: अमृत मार्ग, थमेल पोस्ट बॉक्स 6062, काठमांडू 44600, नेपाल
Address: Amrit Marg, Thamel Post Box 6062, Kathmandu 44600, Nepal
होटल याला पीक (Hotel Yala Peak)
नेपाल में ठहरने के लिए होटल याला पीक सबसे बेस्ट है. यहां एक रात रुकने के लिए 606 रुपए किराया देना होगा. पता: थमेल मार्ग, काठमांडू 44600, नेपाल
Address: Thamel Marg, Kathmandu 44600, Nepal
मेरिडियन सुइट होटल (Meridian Suite Hotel)
अगर आप नेपाल अपनी फैमिली और फ्रेंड के साथ आ रहे हैं तो मेरिडियन सुइट होटल में विजिट कर सकते हैं. इस होटल में ठहरने के लिए एक रात का किराया करीब 2,169 रुपए है.
पताः रिंग रोड़, काठमांडू 44600, नेपाल
जोस्टेल पोखरा (Zostel Pokhara)
नेपाल में एक से बढ़कर एक होटल्स हैं. अगर आपको भी नेपाल में ठहरने के लिए होटल की जरूरत है तो जोस्टेल पोखरा में रुक सकते हैं. यहां आपको एक रात का किराया 1526 रुपए देना होगा. पता: पोखरा 18, सेदी बागर, लेकसाइड, पोखरा 33700, नेपाल
Address: Pokhara 18, Sedi Bagar, Lakeside, Pokhara 33700, Nepal
(काठमांडू गार्डन हाउस) Kathmandu Garden House
नेपाल में ठहरने के लिए काठमांडू गार्डन हाउस सबसे अच्छी जगह है. यहां पर आपको सभी सुविधा मिलेगी. यहां पर एक रात का किराया 917 रुपए है. पता: गणेश मार्ग, काठमांडू 44600, नेपाल.
Address: Ganesh Marg, Kathmandu 44600, Nepal
काठमांडू में घूमने लायक जगह
पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू नगरी में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है. यह मंदिर हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण तथा पवित्र मंदिरों में से एक है और भगवान शिव को समर्पित है. पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल की संस्कृति, धार्मिकता और ऐतिहासिक महत्व का प्रतीक है और यह दुनिया के भिन्न कोनों से आने वाले हिंदू श्रद्धालुओं के लिए प्रमुख तीर्थ स्थल है. इस मंदिर को लगभग 5 से 6 सदी ईसा पूर्व में बनाया गया था. इसके आस पास बागमती नदी बहती है, यह नदी हिंदू धर्म में पवित्र मानी जाती है और श्रद्धालु यहां स्नान करने आते हैं. काठमांडू का यह जगह सबसे ज्यादा फेमस है. लोग दूर-दूर से पशुपतिनाथ मंदिर आते हैं.
घंटाघर, जिसे “कुमारी घर” या “कुमारी बाहल” भी कहा जाता है, नेपाल के काठमांडू नगरी में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. यह नेपाली संस्कृति और पारंपरिकता का प्रतीक है और यहां पर नेपाल की राजकुमारी रहती है. घंटाघर नेपाल के धार्मिक एवं सांस्कृतिक जीवन का महत्वपूर्ण तथ्य है. यह पर्यटकों को नेपाली संस्कृति, धर्म और परंपरागतता का अनुभव करने का एक अद्भुत स्थान प्रदान करता है. बताया जाता है इसे लगभग 18 वीं सदी में बनाया गया था. यह जगह काठमांडू के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है. अगर आप काठमांडू का सैर करने आ रहे हैं तो यहां जरूर जाए. यहां पर सबसे अधिक विदेशी पर्यटक आते हैं. रात के समय में यह जगह बेहद ही खूबसूरत दिखता है.
बौद्धनाथ स्तूप काठमांडू नगरी में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है. यह बौद्ध धर्म का प्रमुख और प्राचीन स्तूप है, जो नेपाली और विदेशी बौद्ध श्रद्धालुओं के लिए प्रमुख धार्मिक स्थल है. बौद्धनाथ स्तूप को विश्व धरोहर स्थल भी घोषित किया गया है और यह यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में भी शामिल है. बौद्धनाथ स्तूप लगभग 5 वीं शताब्दी में बनाया गया था. जिसका आकार लगभग 100 मीटर चौड़ाई और 40 मीटर ऊंचाई का है. यहीं नहीं स्तूप के आस-पास विभिन्न बौद्ध मोनास्ट्रियां और धार्मिक संस्थाएं स्थित हैं, जो भक्तजनों के लिए धार्मिक अध्ययन का समय बिताने के लिए एक अच्छा स्थान हैं. अगर आप काठमांडू घूमने आने वाले हैं तो बौद्धनाथ स्तूप जा सकते हैं. यह एक शानदार स्थान है जहां पर विदेशी पर्यटक सबसे अधिक आते हैं.
काठमांडू घूमने का प्लान बना रहे हैं तो स्वयंभूनाथ का विजिट कर सकते हैं. स्वयंभूनाथ, जिसे लोकप्रियता के कारण “मोन्क टेम्पल” भी कहा जाता है. यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है. यह बौद्ध धर्म का प्रमुख तथा प्राचीन स्तूप है, जो नेपाल के धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन का एक महत्वपूर्ण तत्त्व है. स्वयंभूनाथ नेपाल के पर्यटन और धार्मिक स्थलों में से एक है और विश्वभर से यात्री इसे देखने के लिए आते हैं. बताया जाता है इसे लगभग 2,000 वर्ष पहले बनाया गया था. यहां पर भिक्षुओं, बौद्ध साधुओं और परंपरागत धार्मिक उत्सवों के दौरान भक्तजन आते हैं. इसमें शंकराचार्य मंदिर भी है, जिसे आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित किया गया था. बता दें स्वयंभूनाथ स्थल भूकंपों से बचे हुए हैं और यहां से आप काठमांडू नगरी के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं. विदेशी पर्यटक यहां सबसे अधिक आते हैं.