कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले तृणमूल कांग्रेस को आदिवासियों को आकर्षित करने का एक बड़ा हथियार मिल गया. उत्तर बंगाल के आदिवासी नेता राजेश लकड़ा सोमवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये.
राजेश लकड़ा उत्तर बंगाल के दुआर-तराई क्षेत्र के आदिवासी नेता हैं. तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद राजेश ने कहा कि क्षेत्र के चाय बागान श्रमिकों के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उठाये गये कदमों ने उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए प्रेरित किया.
तृणमूल कांग्रेस नेता और राज्य के श्रम एवं कानून मंत्री मलय घटक ने कहा कि लकड़ा चाय बागान क्षेत्र के मुख्य नेता रहे हैं. उल्लेखनीय है कि राजेश लकड़ा को उत्तर बंगाल के दुआर-तराई क्षेत्र में ‘टाईगर’ नाम से जाना जाता है.
राजेश लकड़ा ने कहा, ‘मैं तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गया हूं और हम चाय बागान श्रमिकों के लिए सरकार के कार्यक्रमों से खुश हैं. मुख्यमंत्री ने तराई और दुआर क्षेत्र में ऐसा विकास किया है, जो पहले किसी अन्य सरकार ने किया था.’
श्रम एवं कानून मंत्री मलय घटक ने इस अवसर पर कहा कि चाय बागान श्रमिकों के लिए आवास बनाने की योजना,‘चा सुंदरी’ पर काम शुरू हो चुका है. राजेश लकड़ा ने कहा, ‘ममता बनर्जी का आदिवासियों से विशेष लगाव है. चाय बागान श्रमिकों का अब अपना खुद का आवास होगा.’
मैं तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गया हूं और हम चाय बागान श्रमिकों के लिए सरकार के कार्यक्रमों से खुश हैं. मुख्यमंत्री ने तराई और दुआर क्षेत्र में ऐसा विकास किया है, जो पहले किसी अन्य सरकार ने किया था.Rajesh Lakra @ Tiger, Tribal Leader
Posted By : Mithilesh Jha