सिलीगुड़ी: समय के साथ-साथ सिलीगुड़ी में अब देह व्यापार के धंधे ने भी आधुनिकता का रूप धारण कर लिया है. रेड लाइट एरिया से निकल कर यह धंधा सड़कों और गलियों तक आ पहुंचा था, लेकिन अब रेड लाइट एरिया से होते हुए यह गोरखधंधा रिहायशी इलाकों तक आ पहुंचा है. फ्लैट कल्चर की आड़ में इन रिहायशी इलाकों में दिन हो रात, हर समय होती है गंदी बात..
दिल्ली, कोलकाता, मुंबई जैसे महानगरों में काफी पहले ही रिहायशी इलाकों में देह व्यापार का धंधा शुरू हो गया था. सिलीगुड़ी की गिनती पहले छोटे कस्बे व शहरों में होती थी, लेकिन काफी तेजी के साथ यह छोटा शहर महानगर में बदल गया. महानगरों की आधुनिकता भी इस पर हावी होती चली गई. दिल्ली, कोलकाता, मुंबई जैसे महानगरों के तर्ज पर ही सिलीगुड़ी में भी रिहायशी इलाकों में दह व्यापार का धंधा काफी फलने-फूलने लगा है.
कैसे हुआ खुलासा
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के विभिन्न थानों की पुलिस को मिली शिकायतों के आधार पर फ्लैटों में चलायी गई मुहिम के बाद इस बात का खुलासा हुआ. बीते मई महीने के अंतिम सप्ताह में सिलीगुड़ी थाना की पुलिस ने वार्ड नंबर 25 अंतर्गत मिलनपल्ली के इलेक्ट्रिसिटी रोड में स्थित एक अपार्टमेंट में मुहिम चलायी एवं एक फ्लैट से देह व्यापार को अंजाम देने वाली एक महिला के साथ कई युवक-युवतियों को संदिग्ध अवस्था में गिरफ्तार किया था. उन्हीं दिनों भक्तिनगर थाना अंतर्गत आमबाड़ी चौकी की पुलिस ने एक मकान पर छापा मारकर एक महिला समेत एक युवक व दो युवतियों को गिरफ्तार किया था. दोनों ही मामलों ने गिरफ्तार महिलाओं ने फ्लैट किराये पर लिया था और किराये की आड़ में देह व्यापार के धंधे को काफी अरसे से अंजाम दिया जा रहा था. इससे पहले भी पुलिस ने कई बार हाकिमपाड़ा, भारतनगर, मिलनपल्ली, शक्तिगढ़, सेवक रोड, माटीगाड़ा, बागडोगरा इलाकों में फ्लैटों में हो रहे इस गोरखधंधे का खुलासा कर चुकी है.
होटलों में भी फल-फूल रहा धंधा
सिलीगुड़ी महानगर में केवल फ्लैटों में ही नहीं, बल्कि होटल, लॉज जैसे जगहों पर भी देह व्यापार का धंधा काफी फल-फूल रहा है. हालांकि इन जगहों पर धंधे को कुछ अलग तरीके से अंजाम दिया जाता है. सिलीगुड़ी के सेवक मोड़ स्थित एक होटल के वेटर ने अपना नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि अधिकांश युवक-युवतियां आध-एक घंटे के लिए कमरे बुक करते हैं, लेकिन उनका बुकिंग लिखित रूप से रजिस्टर में नहीं किया जाता. आध-एक घंटे कमरा बुकिंग के बदले में वे लोग पूरे एक दिन का किराया होटल प्रबंधन को देते हैं. इस तरह के ग्राहकों से वेटरों की भी आमदनी बढ़ जाती है. वेटर ने बताया कि ऐसे युवक-युवतियों में अधिकांशत: स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्रएं होती हैं, जो घरों से ट्यूशन पढ़ने या दोस्त के यहां जाने का बहाना बनाकर निकलते हैं. वहीं अन्य मामलों में देह व्यापार के दलाल युवक पहले स्कूल-कॉलेज की लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फांसते हैं, फिर धीरे-धीरे उनके साथ नजदीकीयां बढ़ाना शुरू करते हैं. लड़कियों को बड़ा-बड़ा सपना दिखाकर, उन्हें शादी करने का प्रलोभन या नौकरी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बना लेते हैं. इन एकान्त पलों का ये दलाल बड़ी चालाकी के साथ अपनी मोबाइल या सीसी कैमरों के माध्यम से वीडियो फुटेज बना लेते हैं. बाद में लड़कियों को ब्लेकमेलिंग कर इस धंधे में उतार देते हैं.