दो टूक. जॉन बारला ने ममता सरकार को दिखाया तेवर, कहा
केंद्र सरकार के हस्तक्षेप से ही सुलझेगा मसला
सिलीगुड़ी : चाय श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी को लेकर भाजपा के ट्रेड यूनियन संगठन भारतीय जनता श्रमिक मोर्चा के वरिष्ठ नेता जॉन बारला ने ममता सरकार को तेवर दिखाया है. उन्होंने यह तेवर शुक्रवार को सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान मीडिया के सामने दिखाया. उनका कहना है कि न्यूनतम मजदूरी को लेकर ममता सरकार का रवैया चाय बागानों के श्रमिकों के हित में नहीं है. न्यूनतम मजदूरी में मात्र 17.50 रुपये की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी कर सरकार जहां श्रमिकों के साथ छलावा कर रही है वहीं, मालिक पक्ष को खुश करने की साजिश रच रही है. श्री बारला का कहना है कि जब दक्षिण भारत के चाय बागानों के श्रमिकों को पांच सौ रुपये न्यूनतम मजदूरी और सामान कार्य के लिए सामान वेतन मिल सकता है
तो उत्तर बंगाल के चाय श्रमिकों को क्यों नहीं मिल सकता. उनका कहना है कि बंगाल में चाय श्रमिकों के न्यूनतम मजदूरी का मसला केंद्र सरकार के हस्तक्षेप से सुलझ सकता है. इसके लिए वह केंद्र के पास जल्द प्रस्ताव भेजेंगे. साथ ही बंद चाय बागानों को भी जल्द खुलवाने के लिए गुहार लगायेंगे. उन्होंने तराई-डुआर्स व पहाड़ के सभी चाय बागानों के श्रमिकों को राज्य सरकार के विरुद्ध एक होने का आह्वान किया.उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही भाजपा का श्रमिक मोर्चा एक सेमिनार आयोजित करेगी. इसी सेमिनार में राज्य सरकार के विरुद्ध श्रमिक आंदोलन की भावी रणनीति का खाका तैयार किया जायेगा.
