संवाददाता, कोलकाता.
उत्तर 24 परगना व नदिया स्थित भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास कुछ जगहों पर जमीन की समस्या के समाधान होते ही वहां कंटीले तार लगाने का काम शुरू हो गया है. उत्तर 24 परगना के बागदा के बयरा सीमा इलाके में पांच किलोमीटर से भी ज्यादा क्षेत्र है, जहां कंटीले तार नहीं हैं. ऐसे में सीमा पार से घुसपैठ व आपराधिक घटनाओं की आशंका भी बनी रहती है. हालांकि, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान सीमा की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से तत्पर हैं. अब यहां कंटीले तार के लिए बीएसएफ को जमीन उपलब्ध कराने के साथ ही बाड़ लगाने का काम भी शुरू हो गया है.
बताया जा रहा है कि अपनी जमीन देने वाले लोगों को सरकार की ओर से जमीन की छह गुणा कीमत दी जा रही है. बयरा में ही फिलहाल 900 मीटर से ज्यादा क्षेत्र में कंटीले तार लगाने का शुरू कर दिया गया है. स्थानीय लोगों को कहना है कि देश की सुरक्षा काफी अहम है. वैसे भी जमीन के एवज में उन्हें वाजिब रुपये मिले हैं. इधर, नदिया के धानतला, हांसखारी, विजयपुर व अन्य कुछ जगहों में भी कंटीले तार लगाने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया गया है. गौरतलब है कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर तार लगाने के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को जमीन अधिग्रहण करने के लिए कहा था. केंद्र की ओर से अब तक करीब 680 एकड़ जमीन खरीदने के लिए राज्य सरकार को राशि प्रदान कर दी है, जिनमें से करीब 324 एकड़ जमीन बीएसएफ को हस्तांतरित कर दिया गया है, लेकिन अभी भी 356 एकड़ जमीन का हस्तांतरण बाकी है. इसी बीच, राज्य सचिवालय ने सीमावर्ती जिलों के डीएम को कुल 356 एकड़ जमीन बीएसएफ को हस्तांतरित करने के लिए निर्देश दिया है, जिसका काम तेजी से शुरू कर दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

