संवाददाता, कोलकाता
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) ने अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट पर शिकंजा कसते हुए उत्तर 24 परगना के बनगांव से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपियों की पहचान अमल कृष्ण मंडल और अमीर अली शेख के रूप में हुई है. मंडल गाइघाटा का निवासी है, जबकि अन्य आरोपी बनगांव का रहने वाला. गत शनिवार को ही मानव तस्करी को लेकर एनआइए ने बनगांव में अभियान चलाया था. बताया जा रहा है कि अभियान के दौरान आरोपियों के ठिकानों में छापेमारी की गयी. शेख के विदेशी मुद्रा विनिमय के कारोबार से जुड़ने की बात भी सामने आयी है. घंटों पूछताछ में दोनों के बयान में विसंगतियां मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
सूत्रों के अनुसार, कुछ महीने पहले ओडिशा पुलिस ने भुवनेश्वर से एक नाबालिग लड़की को मुक्त कराया था. जांच में सामने आया कि उसे अवैध रूप से बांग्लादेश से भारत लाया गया था. पहले उसे कोलकाता और फिर कटक भेजा गया. पीड़िता से पूछताछ में पुलिस को एक बड़े अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह की जानकारी मिली. मामला गंभीर होने पर एनआइए ने जांच अपने हाथ में ली. एजेंसी की जांच में पता चला कि गिरोह के तार एक बांग्लादेशी दंपती से जुड़े हैं. वित्तीय लेन-देन की पड़ताल के बाद मंडल और शेख का नाम सामने आया. आरोप है कि मंडल अवैध तरीके से बांग्लादेश से बंगाल लाये गये लोगों के लिए ठहरने और स्थानीय मदद की व्यवस्था करता था, जबकि शेख विदेशी मुद्रा के लेन-देन में शामिल है. शनिवार को भुवनेश्वर से आयी एनआइए की टीम ने छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार किया. एजेंसी ने उनके पास से मोबाइल फोन, पासपोर्ट और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किये हैं. शुरुआती जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि आरोपियों के बांग्लादेश के कई नेटवर्क से आर्थिक संबंध रहे हैं. गिरफ्तार दोनों आरोपियों को रविवार को बैंकशाल कोर्ट स्थित एनआइए की विशेष अदालत में पेश किया गया. अदालत से एनआइए को आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर भुवनेश्वर ले जाने की अनुमति मिल गयी.
अब एनआइए आरोपियों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क, सहयोगियों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच कर रही है.
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