कोलकाता/नयी दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में गुरुवार को ममता बनर्जी नीत पश्चिम बंगाल सरकार पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि केंद्र के पूरे समर्थन के बावजूद वहां की सरकार राज्य की प्रगति को नुकसान पहुंचा रही है. वित्त मंत्री ने उच्च सदन में केंद्रीय उत्पाद शुल्क (संशोधन) विधेयक, 2025 पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने कभी पश्चिम बंगाल की अनदेखी नहीं की. तृणमूल कांग्रेस सदस्यों द्वारा उठाये गये विभिन्न मुद्दों के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा : असल में, तृणमूल सरकार ही पश्चिम बंगाल के लोगों की प्रगति को नुकसान पहुंचा रही है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार जनवरी 2019 में आयुष्मान भारत योजना से अलग हो गयी. उन्होंने सवाल किया : क्या यह बंगाल के लोगों के लिए अच्छा है? वित्त मंत्री सीतारमण ने दावा किया कि उद्योग पश्चिम बंगाल से बाहर जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि एक अप्रैल, 2011 से 30 सितंबर, 2025 के बीच 448 सूचीबद्ध कंपनियां और 6,447 गैर-सूचीबद्ध कंपनियां राज्य से बाहर हो गयी हैं. उन्होंने कहा : 2014 से, पश्चिम बंगाल को करों में हिस्सेदारी के रूप में 5.94 लाख करोड़ रुपये दिये गये हैं, जो 2004-14 के दौरान दिये गये 1.34 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 4.4 गुना ज़्यादा है. सीतारमण ने कहा कि मौजूदा सरकार के तहत पश्चिम बंगाल को 2025-26 के लिए 13,955 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड रेलवे बजट मिला, जो 2009-14 के दौरान दिये गये 4,380 करोड़ रुपये के औसत खर्च से तीन गुना से भी अधिक है.
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