कोलकाता.
भारत और पड़ोसी देशों पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच बढ़ते सीमा पार तनाव के बीच केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को कहा कि देश की नीति ‘जियो और जीने दो’ की है, लेकिन अपने कर्मों का फल तो भोगना ही पड़ता है. हमारी नीति जियो और जीने दो की है. भारत में बहुसंख्यक समुदाय ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ कभी कुछ गलत नहीं किया. बांग्लादेश में हिंदुओं का जीना मुश्किल हो गया है. मंदिरों को जलाया गया, उन्होंने इतना बड़ा अन्याय किया है, जो जैसा करता है, उसका फल उसे जरूर मिलता है. बांग्लादेश ने हिंदुओं के साथ जो किया, उसका फल उसे भी भोगना पड़ेगा. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि बांग्लादेश को भी हिंदुओं के साथ जो किया, उसका परिणाम भुगतना होगा.केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने शनिवार को कोलकाता में जूट हाउस के नवनिर्मित जेबीए हॉल का उद्घाटन किया. कार्यक्रम में केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय की संयुक्त सचिव (फाइबर) पद्मिनी सिंगला भी मौजूद थीं. इस मौके पर राष्ट्रीय जूट बोर्ड के सचिव शशि भूषण सिंह, भारतीय जूट निगम लिमिटेड के एमडी अजय कुमार जॉली, जूट आयुक्त मलय चंदन चक्रवर्ती, जूट बेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मदन गोपाल तोशनीवाल, बिहार सरकार के पूर्व राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल, उप जूट आयुक्त नीरज कुलहरि, सीडब्ल्यूबीटीए के अध्यक्ष सुशील पोद्दार, बीएसएफ के एडीजी एस रवि गांधी भी उपस्थित थे.जूट उद्योग की समस्याओं के समाधान के िलए राज्य सरकार से संघ के साथ मिलकर काम करने का आग्रह : जेबीए के अध्यक्ष मदन गोपाल तोशनीवाल ने केंद्रीय मंत्री का अभिनंदन किया. इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने इस हेरिटेज भवन के जीर्णोद्धार के लिए सभी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने जेबीए के सदस्यों से बातचीत की. उद्योग की विभिन्न जटिलताओं के बारे में बताया और कहा कि सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. उन्होंने जूट बेलर्स एसोसिएशन के सदस्यों की पुरानी मांगों के बारे में आश्वस्त किया और कहा कि उन्हें पूरा किया जायेगा. उन्होंने राज्य सरकार से बंगाल में जूट उद्योग, खेती और जूट उत्पाद उत्पादन की समस्याओं को हल करने के लिए संघ के साथ मिलकर काम करने का भी आग्रह किया. कार्यक्रम में जूट बेलर्स एसोसिएशन के पूर्व सदस्यों को सम्मानित किया गया.
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