सीएम ने की घोषणा कोलकाता. राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रक्रिया का पहला चरण 11 दिसंबर को खत्म होगा और ड्राफ्ट वोटर लिस्ट 16 दिसंबर को प्रकाशित होगी. लेकिन उस दिन तक इंतजार करने के बजाय, राज्य सरकार ने प्रत्येक ब्लॉक में कैंप लगा कर उन वोटर्स के डॉक्यूमेंट्स तैयार करने का फैसला किया है, जिनके नाम मतदाता सूची में कट जायेगा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को मालदा के गाजोल में जनसभा के दौरान यह घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 दिसंबर से हर ब्लॉक में मे आइ हेल्प यू कैंप लगाये जायेंगे, जहां से लोगों को उनकी आवश्यकता के अनुसार प्रमाण पत्र प्रदान किये जायेंगे. मुख्यमंत्री ने पार्टी नेताओं को इस काम में पूरी ताकत से मैदान में उतरने का संदेश दिया है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे नहाना-खाना छोड़ कर इस काम में जुट जायें. सत्तारूढ़ पार्टी के सूत्राें से मिली जानकारी के अनुसार, कंसल्टिंग फर्म के सर्वे के आधार पर, संगठन के पास इस बात की जानकारी है कि ड्राफ्ट लिस्ट में किसका नाम छूट सकता है और क्यों. इसके बाद तृणमूल ने भी कटे नामों को फिर से सूचीबद्ध करवाने के लिए क्या करना होगा, इसकी ऑर्गेनाइजेशनल तैयारी कर ली है. उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग द्वारा चार नवम्बर को एसआइआर लागू करने से व्यापक भय फैल गया है, लोगों को लगने लगा है कि उनके नाम मतदाता सूची से मनमाने ढंग से हटा दिये जायेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक चार बीएलओ समेत 39 आम नागरिकों की एसआइआर के कारण मौत हो चुकी है, जिनमें आत्महत्याएं भी शामिल हैं. उन्होंने दावा किया कि ऐसी ही घटनाएं अन्य राज्यों में भी हुई हैं. बनर्जी ने स्पष्ट किया कि तृणमूल कांग्रेस पुनरीक्षण का विरोध नहीं कर रही है, बल्कि राजनीति से प्रेरित जल्दबाजी का विरोध कर रही है. उन्होंने कहा कि एक नागरिक को फिर से साबित करना होगा कि वह नागरिक है. ऐसा क्यों? ममता बनर्जी ने यह भी घोषणा की कि 12 दिसंबर से सरकार राज्य भर में मे आइ हेल्प यू शिविर शुरू करेगी, ताकि इस महीने के अंत में एसआइआर सुनवाई शुरू होने पर लोगों की सहायता की जा सके. उन्होंने प्रवासी श्रमिकों से अपील की कि वे अपने फार्म अवश्य भरें और चेतावनी दी कि यदि फार्म जमा नहीं किये गये, तो नाम काटे जा सकते हैं.
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