हुगली. बांसबेड़िया नगरपालिका के नवनियुक्त चेयरमैन तापस मुखर्जी ने मंगलवार को पद व गोपनीयता की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद पूर्व चेयरमैन आदित्य नियोगी का फोन आते ही तापस मुखर्जी स्वयं को रोक नहीं पाये और भावुक होकर रो पड़े. पत्रकारों से बातचीत करते समय भी उनकी आवाज भर्रा गयी. इस अवसर पर सप्तग्राम के विधायक तपन दासगुप्ता, हुगली जिला परिषद के सभाधिपति रंजन धारा, वाइस चेयरमैन शिल्पी चटर्जी, सहित तमाम पार्षद उपस्थित थे. तपन दासगुप्ता नगरपालिका के विकास कार्य के लिए 10 लाख रुपये देने का एलान किया. तापस मुखर्जी तृणमूल कांग्रेस के गठन से भी पहले बांसबेड़िया नगरपालिका के पार्षद रहे हैं. लगभग 15 वर्ष पहले उनके चेयरमैन बनने की संभावना थी, लेकिन उस समय पार्टी ने वरिष्ठ नेता रथीन दास मोदक को चेयरमैन बनाया था. इसके बाद कई बार चेयरमैन बदले, लेकिन तापस मुखर्जी को यह जिम्मेदारी नहीं मिली. गत लोकसभा चुनाव में हुगली संसदीय क्षेत्र से तृणमूल उम्मीदवार रचना बनर्जी बांसबेड़िया नगरपालिका क्षेत्र में लगभग 12 हजार वोट से भाजपा उम्मीदवार से पीछे रह गयीं. इसी कारण को आधार बनाते हुए पार्टी ने तत्कालीन चेयरमैन आदित्य नियोगी को पद त्यागने का निर्देश दिया. 11 नवंबर को आदित्य नियोगी ने इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद मंगलवार को तापस मुखर्जी ने चेयरमैन पद की शपथ ली.
शपथ के बाद वाइस चेयरमैन शिल्पी चटर्जी को साथ बैठे देखते हुए तापस मुखर्जी ने कहा : संभव है कि जनता के साथ हमारा संपर्क कमजोर पड़ गया था. शायद कहीं न कहीं अहंकार भी आ गया था. जनता की मांगें पूरी नहीं हुईं. अब हमें हर नागरिक के द्वार तक जाना होगा. वहीं, भाकपा (एम) बांसबेड़िया क्षेत्रीय समिति के सदस्य रुद्र चक्रवर्ती ने कहा कि कौन चेयरमैन बना, इससे आम जनता का कोई सरोकार नहीं है. लोग सड़क, जल निकासी और स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं.
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