राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव आयोग से मतदाता सूची को पारदर्शी बनाने की उठायी मांग मतदाता सूची बनाने वाले ब्लॉक लेवल ऑफिसरों को दिया जायेगा प्रशिक्षण कोलकाता. राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस व मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा सहित अन्य पार्टियों ने मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं का नाम शामिल होने का आरोप लगाया है. इसी बीच, शुक्रवार को राज्य के कार्यवाहक मुख्य चुनाव अधिकारी ने सर्वदलीय बैठक की. इस बैठक के दौरान तृणमूल कांग्रेस की ओर से सुब्रत बक्शी, अरूप विश्वास व जय प्रकाश मजूमदार उपस्थित रहे. इस मौके पर सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों ने चुनाव आयोग से मतदाता सूची को पारदर्शी तरीके से बनाने की मांग की. साथ ही विपक्षी पार्टी के नेताओं ने आयोग को बताया कि मतदाता सूची बनाने वाले ब्लॉक लेवल ऑफिसरों के पास सही जानकारी नहीं है. इस पर चुनाव आयोग के अधिकारी ने कहा कि इन अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी. साथ ही चुनाव आयोग के अधिकारी ने आश्वस्त करते हुए कहा कि नयी मतदाता सूची में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होगी. वहीं, विधानसभा चुनाव से पहले यहां उपचुनाव हो सकता है. नदिया की कालीगंज सीट विधायक की मृत्यु के कारण खाली है. इसी बीच, चुनाव आयोग ने कालीगंज विधानसभा केंद्र की मतदाता सूची मई तक संशोधित करने का फैसला किया है. नदिया के कालीगंज से तृणमूल विधायक नसीरुद्दीन अहमद का इस वर्ष एक फरवरी को निधन हो गया. नियमानुसार इस सीट पर 31 जुलाई तक उपचुनाव हो जाना चाहिए. लेकिन पूरे प्रदेश में ”फर्जी” मतदाताओं के आरोप सामने आ गये हैं. बताया गया है कि पूरी जांच के बाद संशोधित मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी. लेकिन आयोग ने कालीगंज विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग निर्णय लिया है. बताया गया है कि कालीगंज के लिए विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण किया जाएगा. जिला प्रशासनिक अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दे दिए गए हैं. सूत्रों का दावा है कि आठ अप्रैल तक ड्राफ्ट सूची प्रकाशित कर दी जायेगी. पांच मई तक अंतिम सूची प्रकाशित कर दी जायेगी. इसके बाद ही उपचुनाव की तिथि घोषित की जायेगी.
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