कोलकाता.
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और वाम दलों के बीच संभावित गठबंधन को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगने के संकेत मिले हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार के ताजा बयान के बाद यह स्पष्ट होता दिख रहा है कि कांग्रेस राज्य में अकेले चुनाव लड़ने के मूड में है.शुभंकर सरकार ने कहा कि कांग्रेस समर्थक चाहते हैं कि पार्टी अपने दम पर चुनावी मैदान में उतरे. उन्होंने कहा, “इस समय हमारे पास जो ताकत है, उससे हम अकेले चुनौती दे सकते हैं. हमने इस बारे में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) को भी अवगत करा दिया है. जब कोई पार्टी कमजोर होती है, तभी वह दूसरी पार्टी का सहारा लेती है. कांग्रेस अब पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है, इसलिए हम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने के पक्ष में हैं.” प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने राज्य और केंद्र सरकार, दोनों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि दोनों ही धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस देश और बंगाल के ज्वलंत मुद्दों रोटी, कपड़ा, मकान और बिगड़ती कानून-व्यवस्था से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही हैं. उनके अनुसार, दोनों सरकारें आम लोगों की बुनियादी जरूरतें पूरी करने में विफल रही हैं.उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और वाम दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा था. हालांकि, मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर तस्वीर स्पष्ट नहीं दिख रही है. सूत्रों के मुताबिक, गठबंधन को लेकर शनिवार को अलीमुद्दीन स्ट्रीट स्थित वाममोर्चा कार्यालय में वाम नेताओं की बैठक हुई थी, लेकिन इस बैठक में कांग्रेस का कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं था. इससे कांग्रेस और वाम दलों के बीच चुनावी तालमेल को लेकर असमंजस और गहराता नजर आ रहा है.
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