कोलकाता.
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को 1946 में ””ग्रेट कलकत्ता किलिंग”” में मारे गये लोगों की याद में रैली निकाली. यह रैली शनिवार को महानगर के कॉलेज स्क्वायर से रानी रासमणि रोड तक निकाली गयी. रैली में गोपाल मुखर्जी की एक तस्वीर सामने रखी गयी थी. हालांकि, अदालत ने पहले ही इस रैली को लेकर कई शर्तें लगायी थीं. शनिवार को हाइकोर्ट के आदेशानुसार शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में रैली निकाली गयी, जिसमें भाजपा पार्षद मीना देवी पुरोहित, पार्षद विजय ओझा, भाजपा नेता तमघ्न घोष सहित अन्य नेता उपस्थित रहे. हालांकि, इस रैली की अनुमति खोला हवा नामक एक स्वयंसेवी संगठन के नाम पर ली गयी थी. शुभेंदु अधिकारी ने अलीपुर में गोपाल मुखर्जी की प्रतिमा का अनावरण भी किया. अगले साल ही राज्य में विधानसभा चुनाव होना है. चुनाव के पहले इस मुद्दे पर शुभेंदु अधिकारी की रैली ने हलचल मचा दी है. मौके पर संवाददाताओं से बातचीत में शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि 1946 की घटनाएं 2025 में फिर से प्रासंगिक हो गयी हैं. आज बंगाल की स्थिति भी 1946 जैसी हो गयी है. इसीलिए यह रैली निकाली गयी, जिसमें साधु-संत भी शामिल हुए.””द बंगाल फाइल्स”” के ट्रेलर लॉन्च पर हो रही राजनीति : मिथुन
हुगली. श्रीरामपुर में अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने शनिवार को कई मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि फिल्म ””द बंगाल फाइल्स”” के ट्रेलर लॉन्च को लेकर राजनीति हो रही है. कोलकाता में ट्रेलर लॉन्च की अनुमति मिलने के बाद भी अचानक स्थल रद्द कर दिया गया. मिथुन चक्रवर्ती ने सवाल उठाते हुए कहा कि यह फिल्म नोआखाली नरसंहार पर आधारित है, भाजपा ध्रुवीकरण का ताश क्यों खेलेगी. उन्होंने कहा कि इतनी एफआइआर दर्ज की गयी हैं, क्या लोगों को सच्चाई नहीं बतायी जायेगी. बेलघरिया में चंदा वसूली को लेकर हुई घटना पर मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है, इसलिए विरोध करने वाले युवकों को मारा-पीटा जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

