कोलकाता. कोलकाता नगर निगम के लाइसेंस विभाग के खाते में जिस रितुराज होटल में आग लगी थी, उसका कोई अस्तित्व नहीं है. लेकिन उसी होटल के ठिकाने पर ट्रेड लाइसेंस रिन्युअल करने के लिए कोलकाता नगर निगम में मंगलवार को ही आवेदन किया गया था. आवेदन रितुराज बिल्डिंग के नाम पर नहीं किया गया था. हालांकि पता वही था, लेकिन प्रॉपर्टी का नाम अलग था. छह नंबर मदन मोहन बर्मन स्ट्रीट के ठिकाने से बलराम प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से ट्रेड लाइसेंस के रिन्युअल के लिए आवेदन हुआ था. इसी पते पर इस समय रितुराज होटल स्थित है. इस होटल का निगम के ट्रेड लाइसेंस विभाग में कोई अस्तित्व नहीं है. 1989 में बिल्डिंग बनाने का काम शुरू हुआ था. 1994 से वाणिज्यिक रूप से इसका काम शुरू हुआ था. बलराम प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से ट्रेड लाइसेंस बनाने के लिए 2017 में आवेदन किया गया. निगम के दस्तावेज में यह गेस्ट हाउस के रूप में उल्लेखित है. 2019 में गेस्ट हाउस का लाइसेंस क्लोज कर दिया गया था. इसके बाद पिछले वर्ष 2024 में इसी ठिकाने पर बलराम प्रोपर्टीज लिमिटेड के नाम से ट्रेड लाइसेंस जारी करने के लिए आवेदन जमा हुआ.
ट्रेड लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए मंगलवार को फिर से आवेदन आया था. आवेदन में कहीं रितुराज होटल का उल्लेख नहीं था. हालांकि रितु आहार के नाम से एक होटल का फायर लाइसेंस वर्तमान में है. इसकी मालकिन आकांक्षा चावला है.
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