विरोध. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक करोड़ हस्ताक्षर के साथ ज्ञापन भेजेगा जमीयत-ए-उलेमा हिंदसंवाददाता, कोलकाता वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ गुरुवार को महानगर के रामलीला मैदान में एक विशाल विरोध प्रदर्शन हुआ. इस दौरान पश्चिम बंगाल के मंत्री और जमीयत-ए-उलेमा हिंद के प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने घोषणा की कि कानून को निरस्त करने की मांग करते हुए “एक करोड़ हस्ताक्षरों” वाला एक ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा जायेगा. जमीयत की प्रदेश इकाई द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ उमड़ी. इसमें इसाइयों व सिखों ने भी हिस्सा लिया. सिद्दिकुल्लाह चौधरी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “2014 में सरकार बनाने के बाद, भाजपा ने 1,159 अधिनियमों को निरस्त कर दिया.” उन्होंने कहा कि संगठन पूरे राज्य से “एक करोड़ हस्ताक्षर” एकत्र करेगा और जन-आंदोलन अभियान के तहत उन्हें प्रधानमंत्री को सौंपेगा. सिद्दिकुल्लाह चौधरी ने कहा, “हम जिले-दर-जिले, शहर-दर-शहर जायेंगे और हस्ताक्षर एकत्र करेंगे और उन्हें प्रधानमंत्री मोदी को सौंपेंगे. जन आंदोलनों के माध्यम से पहले भी कानूनों को निरस्त किया गया है और हमें विश्वास है कि यह कानून भी निरस्त हो जायेगा. ” उन्होंने यह घोषणा भी की कि जमीयत इस अधिनियम के खिलाफ कानूनी लड़ाई में मदद के लिए चंदा अभियान शुरू करेगी. पूर्व बर्दवान के मंगलकोट से विधायक सिद्दिकुल्ला चौधरी ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर नये कानून के जरिए मुस्लिम समुदाय को चुनिंदा तरीके से निशाना बनाने का आरोप लगाया.
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