कोलकाता.
राजभवन में शुक्रवार को 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित किया गया. कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों को भी बुलाया गया था, जो राज्यपाल के मंच के नीचे की ओर बैठे हुए थे. किसी के हाथ में तिरंगा था, तो कोई खास संदेश लिखा चित्र लिये हुए था. एक बच्ची के हाथ में एक तस्वीर थी. वह तस्वीर, विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय के प्रसिद्ध उपन्यास (पाथेर पांचाली) पर आधारित निर्देशक सत्यजीत रे की फिल्म ””पाथेर पांचाली”” के एक दृश्य से से ली गयी थी, जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया. ये बच्चे महानगर के एक स्वशासित निजी स्कूल के बच्चे थे. उनके साथ उनकी टीचर निरूपमा राय भी आयी थी. इस बच्ची ने अपने हाथ से बनायी तस्वीर राज्यपाल को भेंट की, जिससे वह अभिभूत हो गये.निरूपमा ने कहा कि दुर्गापूजा नजदीक है. हर तरफ फूल खिले हैं. इस तस्वीर में वे आकांक्षाएं और सपने हैं, जो हमारे समाज में पिछड़े इन बच्चों के लिए खास हैं. यह उनके स्कूल के एक दिव्यांग बच्चे ने बनाया है. इन बच्चों को पढ़ाना बहुत चुनौतीपूर्ण है. हालांकि, बच्चे सब कुछ समझते हैं. अगर आप उन्हें प्यार से समझायें, तो वे सब कुछ कर सकते हैं. वे बड़े हो जाते हैं, लेकिन उनका मन बच्चों जैसा ही रहता है. ये बच्चे भी सपने देखते हैं, यही वह बोलना चाहते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

