कोलकाता. मंगलवार की रात तीन बजे के करीब समीर गुहा के आतंकी हमले में मारे जाने की खबर आयी. इलाके में वह अपने क्लब को लेकर काफी सक्रिय रहते थे. लोगों से जल्द ही घुल-मिल जाते थे, लेकिन आतंकियों ने उनके सीने को गोलियों से छलनी कर दी. बेहला के साखेरबाजार के लोग विश्वास नहीं कर पा रहे हैं. बेटी की परीक्षा खत्म होने के बाद कश्मीर जाने का प्लान बनाया. 16 अप्रैल को पत्नी-बेटी को लेकर कश्मीर घूमने गये. बेटी व पत्नी के सामने ही आतंकियों ने उन्हें गोली मारी. जब आतंकी घटना की खबर टीवी पर आने लगी तो परिजन से लेकर आसपास के लोगों की धड़कनें बढ़ गयीं. उन्हें फोन से संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया. रात तीन बजे फोन पर सूचना आयी कि इलाके के मिलनसार व्यक्ति समीर गुहा अब दुनिया में नहीं हैं. गुहा के गाड़ी चालक ने फोन कर उनके साले सुब्रत घोष को यह जानकारी दी. मृतक समीर गुहा का साला सुब्रत घोष ने बताया कि रात तीन बजे सूचना मिली. हम लोग तो यही सोच रहे थे कि कश्मीर अब शांत है, लेकिन अब समझ में आया कि कश्मीर जैसा था, वैसा ही है. चुन-चुन कर हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है.
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