कोलकाता.
आरजी कर कांड के बाद से ही विपक्ष राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा का मुद्दा बार-बार उठाता रहा है. हालांकि राज्य सरकार का दावा है कि रेप जैसे जघन्य अपराधों को रोकने के लिए प्रशासन की हमेशा से ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति रही है. ऐसे में कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने भाई फोटा (भाई दूज) के अवसर पर राज्य में बहनों की रक्षा की शपथ ली है. गुरुवार को चेतला अग्रणी की ओर से हर साल की तरह इस बार भी भाई फोटा का आयोजन किया गया था. इस मौके अलग-अलग जगहों से महिलाएं मेयर को भाई फोटा देने पहुंची थीं. मेयर और राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने इस दौरान पत्रकारों के सामने बहनों की रक्षा की शपथ ली. भाई फोटा कार्यक्रम के बारे में फिरहाद ने कहा, रिश्ते धर्म से ऊपर होते हैं. भाई-बहन का रिश्ता किसी भी धर्म से अलग होता है. यही हमारी बंगाली संस्कृति है. उन्होंने आगे कहा, जो लोग महिलाओं का अपमान करते हैं, वे इंसान नहीं हैं. उन्हें समाज से अलग कर देना चाहिए.एक महिला का अपमान पूरी मानवता के लिए शर्म की बात है. जिस तरह आज हमारी बहनें हमारी लंबी उम्र की कामना कर रही हैं, हमें भी शपथ लेनी चाहिए. हम अपनी बहनों के सम्मान की रक्षा के लिए लड़ेंगे, चाहे इसके लिए हमें अपनी जान ही क्यों न गंवानी पड़े. उन्होंने आगे कहा, हमें याद रखना चाहिए कि हर किसी के घर में एक मां और बहन होती है. जो लोग महिलाओं का सम्मान नहीं करते, वे ही दुष्कर्म जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं. अब समय आ गया है कि समाज एकजुट हो.
गौरतलब है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के बाद से दुष्कर्म की कई घटनाएं सामने आयीं हैं. कसबा लॉ कॉलेज, जयनगर, न्यूटाउन, जोका में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के आरोप लगे हैं. इसे लेकर राज्य में हंगामा मचा हुआ है. हाल ही में दुर्गापुर में एक मेडिकल छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना चर्चा का विषय बनी हुई है. मंगलवार रात को गायघाटा में अपनी बहन की इज्जत बचाने की कोशिश कर रहे एक भाई पर हमला किया गया. ऐसी घटनाओं के बीच फिरहाद का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

