आरजी कर आंदोलन को लेकर डॉक्टरों से लगातार पूछताछ पर नाराजगी
कोलकाता. आरजी कर आंदोलन में शामिल वरिष्ठ और जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि पुलिस उन्हें बार-बार थाने बुलाकर परेशान कर रही है. इसी क्रम में डॉ अनिकेत महतो, सह प्रोफेसर डॉ उत्पल बंद्योपाध्याय, डॉ पुण्यब्रत गुण और प्रोफेसर डॉ तमोनाश चौधरी को हेयर स्ट्रीट थाने बुलाया गया. बताया गया है कि उन्हें बिना किसी स्पष्ट कारण के घंटों थाने में बिठाया गया. इसके विरोध में शनिवार को सर्विस डॉक्टर फोरम, मेडिकल सर्विस सेंटर और नर्सेस यूनिटी की ओर से थाने के सामने विरोध सभा की गयी. सर्विस डॉक्टर फोरम के महासचिव डॉ सजल विश्वास ने कहा कि व्यस्त डॉक्टरों को पूछताछ के बहाने थाने में घंटों बिठाना मरीजों को मिलने वाली सेवाओं में बाधा डाल रहा है. आरजी कर कांड के विरोध में हम लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन बिना किसी कारण डॉक्टरों को थाने बुलाना तानाशाही है. हम इसका कड़ा विरोध करते हैं. पिछले साल सितंबर में जूनियर डॉक्टरों ने डोरिना क्रॉसिंग पर भूख हड़ताल की थी. इस हड़ताल में डॉ अनिकेत महतो भी शामिल थे और उनकी तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें आरजी कर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. इस घटना के लिए डॉ अनिकेत को हाल ही में समन भेजा गया. डॉ विश्वास ने सवाल उठाया कि 12 तारीख को डॉ अनिकेत अस्पताल में बीमार थे, तो फिर उन्हें पूछताछ के लिए क्यों बुलाया गया? उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की कार्रवाई से चिकित्सक और नर्सों में डर का माहौल बन रहा है और जनता तक उचित स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच प्रभावित हो रही है.
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