पश्चिम मेदिनीपुर के 95 साल के बुजुर्ग का शव बीरभूम में बेटी के घर पर फंदे से लटकता पाया गया
संवाददाता, कोलकातापश्चिम मेदिनीपुर जिले के 95 वर्षीय एक बुजुर्ग ने बीरभूम में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने गुरुवार को दावा किया कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) से कथित तौर पर परेशान होकर बुजुर्ग ने आत्महत्या कर ली. पिछले 72 घंटों में पश्चिम बंगाल में इस वजह से यह दूसरी मौत है. इससे पहले कोलकाता के पास पानीहाटी में प्रदीप कर नाम के एक शख्स ने खुदकुशी कर ली थी. कूचबिहार में एक किसान ने भी अपनी जान लेने की कोशिश की और वह फिलहाल अस्पताल में भर्ती है.पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान क्षितिज मजूमदार के रूप में हुई है. मजूमदार का शव बुधवार रात बीरभूम जिले के इलमबाजार इलाके में उसकी बेटी के घर पर फंदे से लटका पाया गया.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा: बुजुर्ग व्यक्ति का शव इलमबाजार स्थित उसकी बेटी के घर के एक कमरे में फंदे से लटका पाया गया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. उसके परिवार का आरोप है कि मतदाता सूची के सत्यापन प्रक्रिया के कारण नाम कट जाने के डर से वह काफी तनाव में था. परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि मजूमदार यह जानने के बाद चिंतित हो गये थे कि उनका नाम 2002 की मतदाता सूची में नहीं है. परिवार के एक सदस्य ने कहा: वह अक्सर कहा करते थे कि चूंकि उनका नाम 2002 की मतदाता सूची में नहीं है, तो क्या उन्हें बांग्लादेश वापस जाना होगा? पुलिस सूत्रों ने बताया कि क्षितिज मजूमदार का परिवार 1995 में बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल आया और पश्चिम मेदिनीपुर जिले में बस गया. सूत्र ने बताया कि मजूमदार को उनके पड़ोसियों ने बार-बार कहा था कि जिनका नाम 2002 की मतदाता सूची में नहीं होगा, उन्हें बांग्लादेश लौटना होगा. इन चेतावनियों से कथित तौर पर वह बहुत चिंतित हो गये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

