बांग्लादेश से आये हिंदुओं को मिलेगी नागरिकता
कोलकाता. केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने सीधे तौर पर कहा है कि बांग्लादेश से आये हिंदुओं को नागरिकता दी जायेगी. नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) के जरिये उनके अधिकार सुनिश्चित किये जायेंगे. इसके लिए राज्य भर में सीएए कैंप लगाया जायेगा. जहां लोग नागरिकता के लिए फॉर्म भर सकेंगे. उनका दावा है कि कई गैर राजनीतिक संगठन भी इस काम के लिए आगे आये हैं, भाजपा भी इसमें शामिल होगी. विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल की राजनीति में सीएए फिर से मुद्दा बनने जा रहा है. कालीपूजा खत्म होने के बाद भाजपा सीएए कैंप को लेकर सक्रिय हो गयी है. पार्टी सूत्रों के अनुसार जिलास्तर पर हर क्षेत्र में सीएए कैंप की तैयारी शुरू करने का निर्देश भेज दिया गया है. विभिन्न गैर-राजनीतिक संगठनों से भी इस काम के लिए आगे आने का अनुरोध किया गया है.
तृणमूल का कहना है कि इस रणनीति के पीछे बंगाल भाजपा की मंशा साफ है, बांग्लादेश से आने वाले हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता देने के वादे को फिर से केंद्र में लाना और वोट-केंद्रित राजनीति में ध्रुवीकरण का एक नया माहौल बनाना है. इस बीच, राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) पर बहस शुरू हो गयी है. तृणमूल इसे लेकर भाजपा पर लगातार हमलावर दिख रही है. तृणमूल के प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती ने कहा कि अगर एसआइआर लागू हुआ, तो बंगाल में हजारों हिंदुओं के नाम कट सकते हैं. इसी बात को समझते हुए भाजपा अब हर जगह सीएए कैंप खोल कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. इससे भाजपा को कोई फायदा नहीं होगा.
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