प्रतिनिधि, हुगली डानकुनी नगरपालिका क्षेत्र में मृत व्यक्ति की पहचान का दुरुपयोग कर मतदाता सूची में नाम जोड़ने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि एक बांग्लादेशी युवक नदीम ने मृत व्यक्ति के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनवाकर वोटर कार्ड हासिल करने की कोशिश की. स्थानीय लोगों ने उसे रंगे हाथ पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया. घटना के बाद इलाके में भारी उत्तेजना फैल गयी. जानकारी के अनुसार, मयसिन खान, जिनकी मृत्यु वर्ष 2015 में हो चुकी थी, उनके नाम पर जनगणना (गणना) फॉर्म भरकर चुनाव आयोग में जमा किया गया था. आरोप है कि यह फॉर्म नादिम ने जमा किया और आयोग ने इसे प्रारंभिक स्तर पर स्वीकार भी कर लिया था. जब मृत मयसिन खान के भाई मयदुल खान को इस गड़बड़ी की जानकारी मिली, तो उन्होंने तत्काल आपत्ति दर्ज करायी. इसके बाद स्थानीय लोग जमा हो गये और नदीम को पकड़ कर रोक लिया. गिरफ्तार युवक नदीम ने पुलिस को बताया कि वह 15 वर्षों से डानकुनी में रह रहा है. उसने 4,000 रुपये देकर वोटर कार्ड बनवाया, उसका एसआइआर प्रोसेस भी चल रहा है. मृत मयसिन खान का गणना फॉर्म उसने रुपये देकर हासिल किया और उसमें अपनी तस्वीर लगाकर चुनाव कार्यालय में जमा कर दिया. सूचना मिलते ही डानकुनी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और नदीम को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि उसे दस्तावेज जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. साथ ही यह जांच शुरू कर दी गयी है कि इस फर्जीवाड़े में और कौन शामिल हैं?
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