कोलकाता. रेल मंत्रालय ने पाकुड़ से गुमानी तक 18 किमी लंबी चौथी लाइन के निर्माण को मंजूरी दे दी है. पाकुड़ से गुमानी के मध्य बनने वाली इस 18.48 किलोमीटर लंबी लाइन के निर्माण पर रेलवे लगभग 343.98 करोड़ खर्च करेगा. इस नयी परियोजना को वित्तीय वर्ष 2024-25 की बहु-लाइन, फ्लाईओवर और बाईपास जैसी क्षमता-वृद्धि योजनाओं के तहत शामिल किया गया है. 18.48 किलोमीटर लंबी लाइन के बनने से गुरु हरगोबिंद ताप विद्युत संयंत्र और घाटमपुर ताप विद्युत संयंत्र तक पहुंच और भी आसान हो जायेगी.
पूर्व रेलवे के तहत पड़ने वाला पाकुड़–गुमानी खंड, खाना–रामपुरहाट–गुमानी–बड़हरवा मार्ग का अहम हिस्सा है, जहां रोजाना भारी संख्या में यात्री सफर करते हैं और मालगाड़ियां चलती हैं. हाल के वर्षों में इस पूरे कॉरिडोर पर लगातार नयी लाइनों की स्वीकृति हुई है, जिससे यह कॉरिडोर इस क्षेत्र का एक प्रमुख माल–कॉरिडोर बन चुका हैं. पाकुड़–गुमानी दोहरी रेल लाइन की क्षमता का उपयोग वर्तमान में अत्यधिक हो चुका है. अतः, चौथी लाइन के निर्माण की आवश्यकता अनिवार्य हो गई है.
यह परियोजना खासतौर पर कोयला परिवहन को गति देगी. गोड्डा–पाकुड़/नगर नबी क्षेत्र से 2030 तक रेलमार्ग के माध्यम से लगभग 41 एमटीपीए कोयले के परिवहन की संभावना है. प्रतिदिन करीब 14 रैक कोयले की आपूर्ति गुरु हरगोबिंद ताप विद्युत संयंत्र और घाटमपुर ताप विद्युत संयंत्र तक की जायेगी. वहीं गुमानी स्टेशन पर पहले से ही रोजाना 29 से अधिक मालगाड़ियों और 35 यात्री गाड़ियों का इंटरचेंज होता है.
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