कोलकाता. जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा में फिर से तेंदुआ के हमले में एक किशोर की मौत हो गयी. मृतक की पहचान अस्मित राय के रूप में हुई है. इस घटना से नागराकाटा खेरकाटा बस्ती में दहशत है. तेंदुए के हमलों में एक के बाद एक हो रहीं मौतों को लेकर स्थानीय निवासियों ने वन विभाग के खिलाफ रोष व्यक्त किया है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि मंगलवार की रात नागराकाटा प्रखंड की खेरकाटा बस्ती का 12 वर्षीय अस्मित बाजार से घर लौट रहा था. अचानक तेंदुआ उस पर कूद पड़ा. वह उसे घसीट कर जंगल की ओर ले गया. शोर सुनकर स्थानीय निवासी बाहर आये. लोगों की भीड़ देख तेंदुआ भाग गया. गंभीर रूप से घायल किशोर को शुल्कापाड़ा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक के पिता शत्रुघ्न राय घटना के बाद टूट गये. गुस्साये ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि एक के बाद एक मौतों के बाद भी वन विभाग और प्रशासन द्वारा उचित निगरानी क्यों नहीं की जा रही है? घटना की खबर मिलने के बाद डायना और खुनिया रेंज के वनकर्मी इलाके में पहुंचे. पिछले छह महीनों में डुआर्स में तेंदुए के हमलों से कई मौतें हुई हैं. सबसे चर्चित घटना 18 जुलाई को बानरहाट के कलाबाड़ी चाय बागान में हुई. उस दिन एक तेंदुआ चाय बागान मजदूर बस्ती से तीन साल के एक बच्चे को घसीट कर ले गया और उसे मार डाला था. इसके एक महीने के भीतर उसी चाय बागान क्षेत्र में एक और मजदूर पर तेंदुए ने हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गयी.
अगस्त के अंत में नागराकाटा प्रखंड के उत्तर अंगराभाशा गांव में तेंदुए के हमले में एक और किशोर की जान चली गयी थी. चाय बागानों और वन क्षेत्रों में मजदूर हर दिन डर के साये में जी रहे हैं. हालांकि वन विभाग ने पिंजरे और कैमरे लगाने जैसी पहल की है, लेकिन उनकी प्रभावशीलता पर लोग सवाल उठा रहे हैं.
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