प्रतिनिधि, हुगली.
आगामी श्रावणी पूर्णिमा के अलावा रविवार और सोमवार से लेकर 18 अगस्त तक आयोजित होनेवाले श्रावणी मेला को सफल और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से बुधवार को तारकेश्वर नगर पालिका के सभागार में एक उच्चस्तरीय प्रशासनिक बैठक आयोजित हुई. बैठक की अध्यक्षता राज्य के कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना ने की.
इस अवसर पर आरामबाग की सांसद मिताली बाग, हुगली ज़िला परिषद के सभाधिपति रंजन धारा, जिलाधिकारी डॉ मुक्ता आर्य, एडीएम (जी) तरुण भट्टाचार्य, चंदननगर के एसडीओ विष्णु दास, तारकेश्वर नगरपालिका के चेयरमैन उत्तम कुंडू, एससीपी शुभंकर विश्वास, तारकेश्वर के बीडीओ सीमा चंद्र, हरिपाल के बीडीओ परमिता घोष, सिंगुर के बीडीओ शौभिक घोषाल, तारकेश्वर सर्किल इंस्पेक्टर प्रशांत चटर्जी, तारकेश्वर थाना प्रभारी तन्मय बाग, हरिपाल थाना प्रभारी अरूप मंडल, नगरपालिका की पार्षद रूपा सरकार, सेवड़ाफुली आरपीएफ के अरूप मंडल, तारकेश्वर के इंस्पेक्टर प्रशांत भट्टाचार्य और राजकुमार गुप्ता सहित कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में श्रावणी मेले में तीर्थयात्रियों को होने वाली समस्याओं पर विशेष रूप से चर्चा की गयी.
बताया गया कि उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना से आए लगभग 200 संदेश विक्रेता तीर्थयात्रियों को रास्ते में घेर लेते हैं, जिससे उन्हें भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है. मंदिर से निकलते वक्त वह ऐसा करते हैं.
इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए मंत्री बेचाराम मन्ना और जिलाधिकारी मुक्ता आर्य ने नगरपालिका चेयरमैन उत्तम कुंडू को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया, साथ ही पुलिस प्रशासन को ऐसे विक्रेताओं पर कड़ी नजर रखने और भीड़ प्रबंधन हेतु सतर्क रहने को कहा गया. बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भी विशेष जोर दिया गया. तीर्थयात्रियों के लिए एम्बुलेंस की संख्या और शिविर बढ़ाने का निर्णय लिया गया. साथ ही पीएचई विभाग को पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

