कोलकाता.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक वर्ष पहले आठ अगस्त की रात चेस्ट मेडिसिन विभाग में कार्यरत महिला जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गयी थी. इस घटना के अब एक वर्ष पूरे हो चुके हैं, जिसे लेकर शुक्रवार से ही सीनियर व जूनियर डॉक्टरों के साथ नागरिक समाज के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे. उधर, शनिवार सीनियर डॉक्टरों के संगठन वेस्ट बंगाल ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स और अभया मंच की ओर से ””””काली घाट चलो”””” अभियान की घोषणा की गयी थी, जिसके तहत हाजरा क्रॉसिंग पर आयोजित सभा में अभय मंच के संयुक्त संयोजक डॉ तमोनाश चौधरी ने 14 अगस्त को ””””रात दखल”””” अभियान की घोषणा की. अभया मंच की ओर से पूर्व में इस अभियान की घोषणा की गयी थी.इस अभियान के तहत एक बार फिर सीनियर व जूनियर चिकित्सकों के साथ नागरिक समाज के लोग रात जगेंगे. डॉ चौधरी ने बताया कि इस दिन अभया मंच की ओर से रात 9 बजे से मध्य रात्रि 12 बजे तक धरना दिया जायेगा. वहीं स्वतंत्रता दिवस से पहले 14 अगस्त की रात 12 बजे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जायेगा. उन्होंने आम लोगों से भी इस अभियान में जुड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति अपने-अपने इलाके में 14 अगस्त को रात जगे और 12 बजे तिरंगा झंडा को फहराये. ताकि राज्य में एक भी महिला खुद को असुरक्षित महसूस नहीं करे. इसी उद्देश्य से रात दखल की घोषणा की गयी है. 14 अगस्त की रात महानगर समेत आसपास के विभिन्न हिस्सों से रैली निकली जायेगी, जो श्यामबाजार में समाप्त होगी. इसके बाद श्यामबाजार क्रॉसिंग पर ही तिरंगा फहराया जायेगा.
हाजरा क्रॉसिंग पर सभा का आयोजन, ढाई घंटे तक ठप रही यातायात व्यवस्थाउधर, शनिवार को काली घाट चलो अभियान के तहत अभया मंच के साथ चिकित्सकों के उक्त संगठन के हाजरा क्रॉसिंग पर सभा का आयोजित किया था. जिसके कारण यहां करीब ढाई घंटे तक यातायात व्यवस्था ठप रही. पुलिस द्वारा हाजरा रोड, हरिश मुखर्जी रोड और अलीपुर रोड को पुरी तरह से बंद रखा गया था. जिसके कारण दक्षिण कोलकाता की रफ्तार धीमी पड़ गयी थी. पुलिस ने रैली निकालने की अनुमति नहीं दी थी. वहीं, कालीघाट अभियान के तहत दोपहर 4.30 से करीब शाम के करीब 6.20 बजे तक हाजरा क्रॉसिंग पर सभा किया गया, जहां बांग्ला की प्रसिद्ध लेखिका मीरातून नाहर ने अभया की मौत पर खेद प्रकट की. उन्होंने कहा कि पुलिस या राज्य सरकार हमें अगर अभया लौटा देगी तो हम अपना यह आंदोलन बंद कर घर लौट जायेंगे. उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की कड़ी आलोचना भी की. हाजरा क्रॉसिंग पर सभा के दौरान कई प्रवीण नागरिकों को भावुक होकर रोते भी देखा गया.
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