खड़गपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी विधानसभा को लेकर प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. आज उन्होंने खड़गपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान वो अजान की आवाज सुनकर रुक गये और कहा कि हमारे वजह से किसी के पूजा प्रार्थना में तकलीफ नहीं होनी चाहिए. इसलिए मैंने कुछ पल के लिए विराम लिया.
#WATCH: PM Narendra Modi pauses his speech during Azaan (call to prayer) in Kharagpur (West Bengal).https://t.co/7XYDrf7cmu
— ANI (@ANI_news) March 27, 2016
नरेंद्र मोदी ने भाजपा के लिए जनता से एक बार समर्थन मांगते हुए तृणमूल कांग्रेस पर यह कहते हुए हमला किया कि सत्ताधारी पार्टी और वाम ने पिछले 40 वर्षों तक राज्य को ‘बर्बाद’ किया है.उन्होंने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वामपंथी और कांग्रेस केरल में एकदूसरे के खिलाफ लड रहे हैं जबकि वे बंगाल में ‘‘पर्दे के पीछे का खेल’ खेल रहे हैं और इस तरह से वे राज्य के लोगों के विवेक को चुनौती दे रहे हैं जिन्हें ज्ञान की देवी का अधिकांश आशीर्वाद प्राप्त है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाम और कांग्रेस पर आज तीखा निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में साथ आकर लेकिन केरल विधानसभा चुनाव में एकदूसरे के खिलाफ लड.कर बंगालियों के विवेक को ‘‘चुनौती दी है और अपमान’ किया है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि भारत में यदि मां सरस्वती ने अपना अधिकतर आशीर्वाद बरसाया है तो वह बंगाल पर है. चाहे वह विवेक हो, ज्ञान हो या तर्क, यदि कोई इसमें सबसे ताकतवर है तो वह मेरा बंगाल और उसके लोग हैं. कोई भी बंगाल के विवेक को चुनौती नहीं दे सकता और यदि कोई इसे चुनौती देने का प्रयास करेगा तो वह एक बंगाली का अपमान होगा.’
मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस और वामपंथियों ने बंगाल के विवेक को चुनौती दी है और बंगाली उसे नहीं छोडेंगे जो ऐसा प्रयास करते हैं. वामपंथी और कांग्रेस केरल और बंगाल में लड रहे हैं. वे केरल में एकदूसरे के खिलाफ लड रहे हैं, वे बंगाल में पर्दे के पीछे का खेल खेल रहे हैं. केरल में वे कुश्ती लड रहे हैं और बंगाल में वे मित्रता कर लेते हैं. ये बंगालियों के विवेक को एक चुनौती है
मोदी ने कहा, ‘‘क्या वे बंगाल के विवेक को चुनौती नहीं दे रहे हैं और अपमान नहीं कर रहे हैं? क्या ये बंगाल के आत्मसम्मान का अपमान नहीं है? ये बंगालियों का अपमान है. यदि उनमें साहस है, उन्हें स्वीकार करना चाहिए था कि वे अवसरवादी हैं और केवल सत्ता के भूखे हैं और उनका केरल या बंगाल से कोई लेना देना नहीं है.’ उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह उम्मीद कर रहे थे वह सत्ता में आने के बाद बंगाल में एक परिवर्तन लाएंगी लेकिन उसने गत पांच वर्षों में बंगाल को बर्बाद कर दिया.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सोचता था कि वाम के 34 वर्ष के शासन के बाद बंगाल के बुरे दिन समाप्त होंगे और एक परिवर्तन आएगा। मैं यह उम्मीद पाले हुए था लेकिन आज यह देखकर कि पिछले पांच वर्षों में बंगाल में क्या हुआ, यदि वामपंथियों को बंगाल को बर्बाद करने में 34 वर्ष लगे तो तृणमूल कांग्रेस ने उसे पांच वर्षों में पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। वामपंथ शासन के 34 वर्ष के दौरान बंगाल को पीडा झेलनी पडी, बर्बादी हुई और वह गहरे खड्ढे में गिर गया है.’ मोदी ने भाजपा के लिए जनता से समर्थन मांगते हुए कहा, ‘‘मैं आपसे यह कहने आया हूं कि मुझे एक बार मौका दीजिये.
भाजपा को एक मौका दीजिये. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि जो बर्बादी हुई है उससे उबरकर हम एक नये बंगाल का निर्माण करेंगे.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि वह ऐसे व्यक्ति नहीं जो उदास हो जाएगा या जिसे प्रगति करने से रोक जा सके, ‘‘मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो राज्य में स्थिति बदलने के लिए उम्मीद एवं विश्वास के साथ काम करता है. मुझे बंगाल में परिवर्तन लाना है और उसे नई उंचाइयों तक ले जाना है.’ उन्होंने भाजपा के लिए जनता से समर्थन मांगते हुए लोगों से कहा कि वे इस चुनाव में बंगाल की बेहतरी सबसे उपर रखें, उम्मीदवारों को नहीं देखें, यह नहीं देखें कि वे उन्हें जानते हैं या नहीं या उनसे मिले हैं या नहीं बल्कि भाजपा का समर्थन करें.